रायपुर—अमित जोगी ने कांग्रेस- भाजपा के बीच महागठबंधन का आरोप लगाया है। मरवाही विधायक ने कहा है कि पहले मुख्यमंत्री, कांग्रेस नेता भूपेश बघेल , और नेता प्रतिपक्ष का इस्तीफा लाओ। फिर मुझसे इस्तीफा के लिए कहना। मरवाही विधायक ने प्रेस नोट जारी कर इस्तीफा मांगने वालों से कहा है कि चुनाव में मुझे मिले मतों और जीत की मार्जिन की बराबरी करने के बाद ही मुंह खोलें। मरवाही की जनता ने मुझे आदिवासी आरक्षित सीट से रिकॉर्ड मतों के साथ जिताया है। फिर मैं किसी के कहने पर क्यों इस्तीफा दूं।
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मरवाही विधायक जोगी ने प्रेस नोट जारी कर बताया है कि मैं 46 हज़ार से अधिक मतों से जीता हूंं। जबकि 3 बार मुख्यमंत्री रहे डॉक्टर रमन सिंह 35 हज़ार, नेता प्रतिपक्ष 19 हज़ार और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केवल 9 हज़ार मतों से चुनाव जीते हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल पूरे राजनितिक जीवन में सभी चुनाव कुल 22322 मतों से जीते हैं। जबकि मेरे एक चुनाव में मिली जीत 46250 से आधा भी नहीं है।
जोगी के अनुसार नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अपने राजनितिक जीवन में जितने अंतर से आज तक चुनाव जीते हैं…उनको जोड़ दिया जाए तो भी मरवाही में एक चुनाव में मिली जीत के बराबर नहीं है । इन नेताओं बताना चाहता हूं कि इस्तीफ़ा मांगने से पहले विचार करें कि क्यों मरवाही की जनता ने मुझे एतिहासिक मतों से जितायी है। इस्तीफ़ा माँगना मरवाही की जनता के जनादेश का अपमान है।
अमित जोगी ने कहा कि जाति विरोधी लोग मुझसे इस्तीफ़ा माँग रहे हैं। इस्तीफ़ा मांगने वालों को छत्तीसगढ़ के आदिवासियों से जरा भी लगाव नहीं है। पहले बस्तर में आदिवासियों पर अत्याचार के दोषी से इस्तीफ़ा मांगा जाए। कुरूदडीह पाटन में गरीब आदिवासियों की जमीन हड़पने वाले से इस्तीफा मांगा जाए।आदिवासियों को उबलते पानी में डालने वाले से इस्तीफा मांगा जाए। राष्ट्रीय जनजाति आयोग के अध्यक्ष से इस्तीफा मांगा जाए। जिन्होंने अपने राजनितिक जीवन में आदिवासी विरोधी ताकतों का साथ दिया।
अमित जोगी ने कहा कि मैं लोकतांत्रिक देश के संविधान और कानून के अनुसार चुन कर आया हूँ। जिस जनता ने मुझे चुना है..उसी जनता को अधिकार है कि मुझे जीताए या हराए।