नईदिल्ली।केन्द्र ने वस्तु और सेवा कर व्यवस्था के तहत वस्तु और सेवाओं पर वास्तविक कर दर की पुष्टि के लिए जी एस टी रेट्स फाइंडर ऐप की शुरूआत की है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कल नई दिल्ली में इसे आरंभ किया। इस ऐप्लिकेशन से न सिर्फ करदाताओं बल्कि देश के हर नागरिक को वस्तु और सेवाओं पर इस कर की सही दर पता लगाने में मदद मिलेगी। इसके जरिए वस्तु और सेवा का नाम एंटर कर जी एस टी दर जानी जा सकेगी। करदाता लागू होने वाले केन्द्रीय जी एस टी, राज्य जी एस टी और केन्द्र–शासित जी एस टी दर और क्षतिपूर्ति उपकर की जानकारी ले सकेगा।वाणिज्य और उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि जीएसटी शुरू होने के बाद केन्द्र सरकार उत्पादकों, कृषि विशेषज्ञों, निर्यातकों और व्यापारियों के कोई भी लंबित मुद्दे या सुझावों पर विचार के लिए तैयार है। श्रीमती सीतारमण, ने उद्योग जगत के प्रतिनिधियों और कर एकत्रित करने वाली सस्थाओं से जीएसटी जागरूकता अभियान से पहले आज विजयवाड़ा में संवाददाताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जीएसटी परिषद जिसमें केन्द्र के अलावा 29 राज्यों और सात केन्द्र शासित प्रदेशों के वित्तमंत्री शामिल हैं, वे देश में विाभिन्न माल और सेवाओं पर गहन विचार विमर्श करके विभिन्न स्लैब के अंतर्गत कर की दर तय करेंगे। उन्होंने कहा कि जीएसटी की अवधारणा में राजस्व बढ़ोतरी शामिल है।सीतारमण ने कहा कि किसी भी क्षेत्र के व्यापार में 20 लाख रूपये से कम के कारोबार पर कोई कर देय नहीं होगा।