जाँजगीर। पुलिस ने जाँजगीर जिले में चल रहे नकली नोटों के बड़े कारोबार का खुलासा करने में कामयाबी हासिल की है। नोटबंदी और नए नोटों का चलन शुरू होने के बाद छत्तीसगढ़ में अपने तरह का यह सबसे बड़ा खुलासा है। जिसमें इक्कीस लाख से अधिक नकली नोटों के जखीरे के साथ ही नकली नोट छापने का सामान भी बरामद किया गया है। यह कामयाबी जांजगीर-चाँपा जिले के सीनियर एसपी अजय यादव की निगरानी में चले एक स्पेशल टीम के आपरेशन के बाद मिली है। इस धरपकड़ के लिए सीनियर एसपी ने स्पेशल टीम को 5000 रुपए और बिलासपुर रेंज के आईजी ने 25000 रुपए का इनाम दिया है।
सीजीवाल को मिली जानकारी के मुताबिक जांजगीर चांपा जिले के कुछ इलाको में नकली नोटो की बड़ी खेप को लाकर उन्हे जिले तथा आसपास के जिलो मेें चलाये जाने की योजना के सबंध में मुखबिर के जरिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव को भरोसेमंद खबर मिली थी। इसके संबंध में उन्होने सभी थाना प्रभारी एवं क्राईम ब्रांच प्रभारी और एडीशनल एसपी पंकज चंद्रा को जरूरी हिदायत दी थी । एसएसपी के में जिले मे करीब पाँच-छः टीमें लगाई गई थी जो इस संबंध में लगातार सुरागरशी कर रही थी इस पूरे आपरेशन को सीधे एसएसपी खुद मानीटरिंग कर रहे थे। साथ ही संभावित इलाको में सादी वर्दी में पुलिस का जाल बिछा रखा था।
इसी कड़ी में एसएसपी अजय यादव को मुखबिर से खबर मिली थी कि ग्राम छपोरा स्थित पेट्रोल पम्प में कुछ लोग नकली नोट खपाने की कोशिश कर रहे थे। यह खबर मिलते ही श्री यादव ने सभी टीम इंचार्ज को एलर्ट रहने की हिदायत दी और सादी वर्दी मे लगे पुलिस के लोगों से वे सीधे संपर्क बनाए हुए थे। पिछले 14 जून को मुखबिर ने खबर दी कि कुछ लड़के सेमरिया में नकली नोट खपाने घूम रहे हैं।पुलिस ने घेरेबंदी कर सेमरिया में लखेश्वर यादव(24) निवासी हसौद और पुरषोत्तम दास महंत(26) निवासी तुमिडीह -थाना हसौद को पकड़ लिया। दोनों के पास से 100 रुपए और 500 के कुल 15000 नकली नोट बरामद किए गए। सवाल गहराया कि नकली नोट कहां से मिले और क्या इसके पीछे कोई गिरोह काम कर रहा है…? इस बारे में दोनों से कड़ाई के साथ पूछताछ की गई तो यह शक तस्दीक की ओर जाता दिखाई दिया कि जांजगीर जिले के जैजैपुर, हसौद, मालखरौदा, डभरा आदि क्षेत्रो में एक बड़ा गिरोह जाली नोटो के निर्माण से लेकर उन्हें चलाने के अपराध को अंजाम देने के लिए निरंतर रेकी कर रहा है।
हालात पर पैनी नजर
यह सुराग हाथ लगने के बाद एसएसपी यादव ने इस आपरेशन में लगी सभी टीमों को और चुस्ती के साथ हालात पर नजर रखने की हिदायत दी।। इसी बीच पुलिस अधीक्षक को मुखबिर से यह सूचना मिली कि ग्राम करवाडीह सलनी के छोटे लाल यादव के होटल में एक व्यक्ति शिवप्रसाद मनहर के द्वारा नकली नेाट का भुगतान किया गया । जिस पर छोटे लाल यादव की सूचना पर अपराध क्र. 95/17 धारा 489 (क) (ख) (ग) (घ) भादवि कायम किया गया एवं उक्त युवक को श्री लहरे ने घेराबंदी कर पकड़ लिया । उससे पूछताछ की गयी तो वह लगातार टालमटोल करता रहा। लेकिन मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर वह टूट गया तथा उसने आखिर बता दिया कि नकली नोट उसके दोस्त भागवत चंद्रा और राजेन्द्र कुर्रे ने दिए हैं। जिस पर एसएसपी ने क्राईम ब्रांच प्रभारी राजेश मिश्रा और उनकी टीम को फौरन जैजैपुर क्षेत्र रवाना किया । इस टीम ने घेराबंदी कर ग्राम भुतहा निवासी भागवत चंद्रा एवं ग्राम पिहरीद निवासी राजेन्द्र कुर्रे को पकड़ लिया। दोनो से पूछताछ करने पर उन्होने बताया की जैजैपुर निवासी उनका दोस्त नीर अफजल कमिशन लेकर नकली नोट उपलब्ध कराता है। आरोपियों की निशानदेही पर रात में ही नीर अफजल को पकड़ा गया। नीर अफजल से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर उसने नकली नोट मुहैया कराने की बात कबूल कर ली।
नोट छापने की मशीन कैसे मिली ….?
नीर अफजल ने चौकाने वाला यह खुलासा किया कि ग्राम ओड़ेकेरा में अन्नू चौहान, कुशल श्रीवास, गौतम धीवर और यादराम साहू कलर प्रिंटर, स्कैनर, इंक व जेके बाण्ड पेपर की मदद से भारी मात्रा में नकली नोट छापने का काम कर रहे हैं। अफजल की बताई जगह पर छापा मारने के लिए रात में ही इंसपेक्टर राजेश मिश्रा और सबइँस्पेक्टर आर.के. लहरे की अगुआई में स्पेशल टीम का बनाकर उसी समय छापा मार दिया गया। मौके पर अन्नू चौहान और गौतम धीवर नकली नोट छापने के सामान के साथ पकड़े गये। लेकिन उनके दो अन्य साथी फरार हो गये। दोनो ही आरोपियों से पूछताछ करने पर बताया गया कि वे यह काम विगत कुछ दिनों से कर रहे हैं। उन्होने यह भी बताया कि वे जॉजगीर सहित रायगढ़ व बिलासपुर जिलों में भी नकली नोट खपाने के लिए गरीब तपके के लड़के व अपराधी किस्म के लोगों से संपर्क कर रैकी कर रहे है । पूछताछ में यह भी पता चल गया कि अन्नू चौहान, गौतम धीवर, कुशल श्रीवास तीनो ही दोस्त कियोस्क बैंक में कम्प्यूटर आपरेटर का काम करते थे। किन्ही कारणवश उन्हे काम से निकाल दिया गया । इसी दौरान गौतम, अन्नू, कुशल, नीर अफजल, यादराम ने मिलकर कम समय में अधिक पैसे कमाने के लालच में प्लान किया कि कलर प्रिंटर स्कैनर के सहारे नकली नोट छापने का धन्धा किया जाये।
गौतम ने बताया की माह भर पहले उसने ग्राम मौहाडीह के भागवत वैष्णव को खपाने के लिये 15 लाख रूपये के नकली नोट दिये थे । साथ ही रायगढ़ तथा बिलासपुर क्षेत्रों में भी उक्त नकली नोटों को खपाने का कार्य सौंपा था। रात में ही ग्राम मौहाडीह पहुंच कर घेराबंदी की और भागवत प्रसाद को पकड़ा गया। जिसके कब्जे से मौके पर ही 12,30,500 रूपये मूल्य के नकली नोट बरामद किये गये।
छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा खुलासा
एसएस पी अजय यादव ने बताया कि नये नोटों के चलन में आने के बाद छत्तीसगढ़ राज्य भर में नकली नोट खपाने एवं उनके आरोपियों के विरूद्ध यह अब तक की की गयी सबसे बड़ी कार्यवाही है। इस मामले में अभी तक सभी आरोपियों से 100, 500, 2000 रूपये के नकली नोट जुमला 210000 रूपये (इक्कीस लाख रूपये) लगभग के नकली नोट बरामद किए गए हैं।। प्रकरण में अभी दो फरार आरोपी कुशल श्रीवास एवं यादराम साहू की जॉजगीर पुलिस की स्पेशल टीम सरगरमी से तलाश कर रही है। जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार करने की पूरी उम्मीद है।
थाना जैजैपुर में पुलिस ने आरोपियो के विरूद्व धारा 489 क,ख,ग,घ, भादवि के तहत् अपराध दर्ज कर गिरफ्तार किया है। उक्त कार्यवाही में क्राईम ब्रांच प्रभारी इंस्पेक्टर राजेश मिश्रा, थाना जैजैपुर प्रभारीसब इंस्पेक्टर राजकुमार लहरे , एएसआई दिलीप सिंह, एच एन ताम्रकार, हेड कांस्टेबल संतोष तिवारी, यशवंत राठौर, लालाराम खुंटे, आरक्षक लक्ष्मीकांत कश्यप, राजकुमार चंद्रा, आतिश पारिक, राजेश शर्मा, राजेष कोशले, मोहन साहू, प्रमिल मिंज, गिरीश साहू अरूण चंद्रा, बुदेश्वर पटेल, पुष्पेन्द्र कंवर, जगमोहन कंवर, धनश्याम मिरी, पवन शुक्ला, जयप्रकाश उरांव, महिला कांस्टेबल दुलेश्वरी कंवर, उत्तरा कुर्रे एवं स्टॉफ का सराहनीय योगदान रहा।
पुलिस अधीक्षक अजय यादव ने आरोपियों की त्वरित धरपकड़ हेतु स्पेशल टीम को 5000 रूपये के नगद पुरस्कार एवं पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज बिलासपुर ने जॉजगीर-चांपा पुलिस की इस सराहनीय सफलता पर 25000 रूपये के पुरस्कार की घोषणा की है।