बिलासपुर—-कांग्रेस भवन में संजय गाँधी की 38 वी पुण्य तिथि मनाई गयी। कांग्रेसियों ने संजय गांधी की तैल चित्र पर माल्यार्पण कर नम आखों से याद किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता हरीश तिवारी ने की। तिवारी ने संजय गाँधी को दूरगामी सोच का नेता बताया। उन्होने कहा कि तत्कालीन विपक्ष की सोच संकीर्णता और स्वार्थ परक थी। विपक्ष ने संजय के अच्छे कार्यक्रमों का हमेशा विरोध किया।
उपस्थित लोगों को शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर ने बताया कि संजय गाँधी इंजीनियरिंग की सोच रखते थे। आज उसी का परिणाम है कि लोगो को उत्तम किस्म की आटोमोबाइल्स का आनंद मिल रहा है। कार्यक्रम संयोजक सैय्यद जाफर अली ने कहा कि संजय गाँधी का तकनीकी क्षेत्र में झुकाव होने के कारण ब्रिटेन में रोलेक्स रायल कार बनाने वाली कम्पनी से तीन वर्षो तक प्रशिक्षण लिया। 1971 में भारत में मारुती मोटर्स लिमिटेड कम्पनी की स्थापना की। संजय गाँधी ने जर्मनी की फोक्स वैगन से करार किया।
प्रदेश कांग्रेस सचिव आशीष सिंह ठाकुर ने कहा कि संजय गाँधी समय के आगे की सोच रखने वाले नेता थे। उन्होंने देश को पांच सूत्रीय कार्यक्रम दिया। कार्यक्रम की अहमियत यदि विपक्ष ने समय रहते समझ लिया होता तो आज देश को विषम परिस्थिति का सामना नही करता होता। साक्षरता, ,परिवार नियोजन , दहेज़ प्रथा का विरोध ,वृक्षारोपण ,जाति भेद का विरोध संजय गांधी के पांच मूल मंत्र थे। जो किसी भी देश के विकास के लिए बहुत जरूरी है। 23 जून 1980 को दिल्ली के सफ़दर जंग एअरपोर्ट में हवाई जहाज़ दुर्घटना में संजय की मौत हो गयी।
इस मौके पर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। सभी लोगों ने अपने विचारों को सबके सामने रखा।