देश को न्यूट्रिशन पॉलिसी की जरूरत…अमर अग्रवाल

BHASKAR MISHRA
5 Min Read

IMG-20170513-WA0027 बिलासपुर–स्वस्थ्य शरीर के लिए संतुलित पोषण का होना बहुत जरूरी है। फास्ट फूड की दुनिया में संतुलित आहार को जैसे भूल गए हैं। बीमारियों से बचने के लिए संतुलित पोषण का होना बहुत जरूरी है। कार्यशाला और विचारो को बंद कमरे से बाहर आम जनता के बीच लाने की जरूरत है। तभी संतुलित आहार और स्वास्थ्य के प्रति लोगों में जागरूकता आएगी। यह बातें निकाय मंत्री अमर अग्रवाल ने हाटल मेरियट में आयोजित इनोवेशन एण्ड बेस्ट प्रैक्टिस इन क्लिनिकल न्यूट्रिशन के कार्यक्रम में कही। अमर अग्रवाल ने कहा कि मुझे फिफ्थ अपडेट ऑन क्लिनिकल डायट थेरेपी में शामिल होने का अवसर मिला। खुशी है कि दस साल पहले बतौर स्वास्थ्य मंत्री पहले कार्यक्रम में भी शिरकत करने का मौका मिला था।

Join Our WhatsApp Group Join Now

                          अमर अग्रवाल ने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए संतुलित पोषण प्राथमिकता में है। आज कार्यशाला में विद्वान डाक्टरों ने ऐसा ही कुछ कहा है। शरीर को स्वस्थ रखने मे संतुलित आहार की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। भोजन में विटामिन, खनिज और अन्य महत्वपूर्ण तत्वों का होना बहुत ही जरूरी है। सभी तत्व शरीर को स्वस्थ्य रखने में मदद करते हैं। न्यूटीशन न केवल शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं बल्कि मरीजों के स्वास्थ्य लाभ में  महत्वपूर्ण भी है।

             कार्यशाला में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए निकाय मंत्री ने कहा कि ऐसे कार्यशाला की बहुत ही जरूरत है। लेकिन इसे बंद कमरे से बाहर तक पहुचाना होगा। जनता में जागरूकता आएगी। चिकित्सकों का काम आसान होगा। अमर ने कहा कि मेडिकल साइंस लगातार तरक्की कर रहा है..शोध हो रहे हैं…नई नई जानकारियां सामने आ रही हैं। आम जनता तक पहुंचाने का प्रयास भी किया जा रहा है।

                       निकाय मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन आम जनता के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर है। महसूस किया जा रहा है कि हेल्थ सेक्टर में क्लिनिकल के साथ अच्छी पॉलिसी की जरूरत है। प्रदेश की 40-50 प्रतिशत जनता संतुलित पोषण आहार की समस्या जूझ रही है। इसलिए मेडिकल साइंस से जुड़े लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि संतुलित आहार की जानकारी आम जनता तक पहुंचाए। बच्चों के माता पिता को संतुलित आहार की जानकारी दे। IMG-20170513-WA0026

                      सरकार को संतुलित आहार की समस्या का अहसास है। यही कारण है कि दो रूपए किलो चावल के बाद अब पिछड़े क्षेत्रों में दाल का भी वितरण किया जा रहा है। प्रदेश के सभी जिलों के अस्पतालों में ऐसा करने का आदेश दिया गया है। बच्चों को क्या खिलाया पिलाया जाए इसकी जानकारी माता पिता को दी जा रही है।

                                 कार्यक्रम के पहले निकाय मंत्री अमर अग्रवाल ने दीप प्रज्जवलित किया। महापौर किशोर राय कार्यक्रम की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। डॉ.मीनाक्षी देवी और डॉ.पीे.के.पन्डा ने क्लिनिकल न्यूट्रिशन की संक्षिप्त जानकारी दी।

                   कार्यशाला में डाॅ. प्रवास चौधरी, नेफ्रोलाॅजिस्ट ने एक्यूट किडनी इन्ज्यूरी के मरीजों के उपचार के दौरान आहार की जानकारी दी। मरीजों को समय पर लक्षण के आधार पर उचित आहार लेने का परामर्श दिया। डाॅ. मनोज राय अपोलो हाॅस्पिटल ने क्रिटिकल और आईसीयू के मरीजों के उपचार में डाईटिशियन की भूमिका के बारे में बताया। उन्होने कहा कि मरीजों के उपचार में डाॅक्टर और डाईटिशियन का सामंजस्य, बीमारी को जल्द ठीक करने में सहायक होता हैै।

                        डाॅ कल्पना दाश, अपोलो ने सुगर के इन्सुलिन पर आश्रित मरीजों, के खानपान में कार्बोहाइडेट की मात्रा के निर्धारण करने को कहा।  मरीजों की आहार योजना में कार्ब काउन्टिंग के महत्व और तरीकों की विस्तार से जानकारी दी। डाॅ सीमा मिश्रा, विभागाध्यक्ष  फूड एण्ड न्यूटीशन, बिलासा कन्या महाविदयालय, नें लीवर की समस्या से उत्पन्न मधुमेह की जानकारी दी। न्यूटीशन की मात्रा और आहार घटको के चयन के बारे में भी बताया।

                         आॅर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी व्ही. चंपा, चीफ डायटिशियन, अपोलो हाॅस्पिटल नें इरीटेबल बाॅवेल सिंडोम अर्थात पेट संबंधित तकलीफों में आहार के चयन की जानकारी दी।  संयुक्त आॅर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी शालिनी सोरेन, डाईटिशियन, अपोलो हाॅस्पिटल ने आयोजन से क्षेत्र के सभी डाईटिशियन को लाभ मिलने की बात कही। कार्यक्रम में छत्तीसगढ समेत महाराष्ट, मध्यप्रदेश के 50 से अधिक चिकित्सक डाईटिशियन ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का संचालन सुमोना चौधरी ने किया।

close