रायपुर ।छत्तीसगढ़ में उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने और इस पर आधारित खाद्य प्रसंस्करण उद्योग और आंतरिक सुरक्षा संबंधित उद्योग स्थापित करने के लिए राज्य सरकार और तीन कम्पनियों के बीच तीन समझौता ज्ञापन (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किए गए। इन कम्पनियों के द्वारा लगभग दो सौ करोड़ रुपए का पूंजी निवेश किया जाएगा, जिससे राज्य के लगभग दो हजार लोगाों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को यहां उनके निवास कार्यालय में आयोजित राज्य निवेश प्रोत्साहन बोर्ड की बैठक में इन समझौता ज्ञापन (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किए गए। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री अमर अग्रवाल, छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत होल्डिंग कम्पनी के अध्यक्ष शिवराज सिंह, राज्य शासन के मुख्य सचिव विवेक ढांड, अपर मुख्य सचिव एन.बैजेन्द्र कुमार, अपर मुख्य सचिव अजय सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
राज्य सरकार की ओर से वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के सचिव सुबोध कुमार सिंह और संबंधित कम्पनियों -क्रिस्टल लॉजीस्टिक कूल चेन लिमिटेड की ओर से मुरारीलाल अग्रवाल, एग्रीजोन बायोटेक्नालाजिस की ओर से कौशिक घोष और एसीएसजी कॉर्प की ओर से गौरव धीमन ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस अवसर पर कहा कि छत्तीसगढ़ में उद्यानिकी फसलों पर आधारित प्रसंस्करण उद्योग के लिए विकास की काफी संभावनाएं हैं। राज्य निर्माण के बाद छत्तीसगढ़ में उद्यानिकी फसलों का उत्पादन काफी बढ़ा है। इसलिए इस पर आधारित उद्योगों का भविष्य भी उज्जवल है। इन उद्योगों की स्थापना का फायदा यहां के किसानों को भी मिलेगा। राज्य सरकार द्वारा इन कम्पनियों को हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। डॉ. सिंह ने संबंधित विभागों और तीनों कम्पनियों के पदाधिकारियों को एम.ओ.यू के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में धान की फसलों के साथ-साथ फल, फूल और सब्जियों के उत्पादन में काफी वृद्धि हुई है। इस पर आधारित उद्योगों की यहां जरूरत है। छत्तीसगढ़ में उद्योगों के लिए अच्छा वातावरण मिलेगा। उन्होंने भी खुशी जताते हुए उद्योंगो की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी।
फुड प्रोसेसिंग उद्योग के लिए एमओयू
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