बिलासपुर– बहेरामुड़ा सुराज समस्या निवारण शिविर के बाद प्रशासनिक खेमें हलचल है। समस्या निवारण शिविर के बाद कुछ ऐसे ही संकेत प्रभारी सचिव राउत ने दिये हैं। अनुमान तो पहले से ही था कि या तो स्थानांतरण होगा या फिर प्रमोशन। राउत ने स्पष्ट तो नहीं किया लेकिन बातों ही बातों में सीजी वाल को बताया कि सुराज अभियान के दौरान या बाद में बिलासपुर प्रशासनिक अमले में परिवर्तन की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
कोटा क्षेत्र के बहेरामुड़ा कलस्टर में 10 पंचायतों के ग्रामीणों ने ओडीएफ को लेकर शिकायत की। अवैध उत्खनन को लेकर भी विरोध प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री आवास योजना में भी जमकर शिकायतें हुईं। पंचायत शिक्षकों की भी शिकायत कुछ कम नहीं मिली। पीडीएफ और ऱाशन वितरण में भारी अनियमितिता की जानाकारी प्रभारी सचिव के कानों तक पहुंची।
प्रभारी सचिव ने लोगों की शिकायतों और आक्रोशों का बखूबी से सामना किया। सुजला,उज्जवला समेत पीडीएफ और शराबबंदी की शिकायतों का गंभीरता के साथ निराकरण किया। प्रधानमंत्री आवास योजना प्रक्रिया की जानकारी लोगों तक आसानी से पहुंचाया। आवास योजना में ठेकेदारी की बातों से इंकार किया…लोंगों की गलतफहमी को दूर किया। माइनिंग में कमीशनखोरी की शिकायतों को राउत ने गंंभीरता के साथ लिया।
समस्या निवारण शिविर के बाद राउत ने फोटो सेशन कराया। मंच से उतरकर कार तक में बैठने से पहले सूत्रों को संकेत दिया कि दो एक प्रशासनिक अधिकारियों का बिलासपुर से जाना ही होगा। हो सकता है कि टिकट एक की कटे या फिर दो की …लेकिन टिकट कटना निश्चित है। आखिर वह है कौन..