बिलासपुर— जीवन में मेहनत और अनुशासन ही सफलता का सबसे बड़ा मंत्र है। मेहनत और अनुशासन के दम पर ही लक्ष्य तक पहुंचा जा सकता है। यह बातें भारतीय टीम के मुख्य कोच पूर्व क्रिकेटर अनिल कुम्बले ने कही। एसईसीएल में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व स्टार क्रिकेटर अनिल कुम्बले का लोगों ने भव्य स्वागत किया।
करीब दो घंटे के अल्प प्रवास पर बिलासपुर पहुंचे भारतीय टीम के मुख्य कोच अनिल कुम्बले का एसईसीएल कार्यालय में भव्य स्वागत किया गया। अनिल कुम्बले ने वसंत विहार स्थित रविन्द्र भवन में बच्चों के साथ संवाद किया। बिलासपुर के क्रिकेट खिलाड़ियों, एसईसीएल के अधिकारियों-कर्मचारियों के सवालों का जवाब भी दिया।
बच्चों के सवालों का जवाब देते हुए अनिल कुम्बले ने कहा कि जीवन में सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता है। समर्पण और लगन से ही लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। इस दौरान अनिल कुम्बले ने खेल को आगे बढ़ाने बच्चों को टिप्स भी दिए।साथ ही लोगों की जिज्ञासाओं को भी शांत किया।
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए अनिल कुम्बले ने कहा छत्तीसगढ़ जंगलों से हराभरा प्रांत है। इसको बचाने की हमारी जिम्मेदारी है। छत्तीसगढ़ में आच्छादित जंगलों को देखने के बाद उन्हें बहुत सुकून मिला है। पेड़ पौधों के संवर्धन में सबको मिलकर काम करना होगा।
मालूम हो कि भारतीय टीम के मुख्य कोच अनिल कुम्बले छत्तीसगढ़ वन विभाग के ब्रांड अम्बेसडर भी हैं। कुंबले ने कहा कि मैं छत्तीसगढ़ आकर गौरव महसूस कर रहा हूं।
इस अवसर पर एसईसीएल अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक बी.आर. रेड्डी, निदेशक कार्मिक डाॅ. आर.एस. झा, निदेशक तकनीकी योजना/परियोजना पी.के. सिन्हा, क्षेत्रीय निदेशक सीएमपीडीआई मनोज कुमार विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के अध्यक्ष, अधिकारी, कर्मचारियों, खेल प्रेमी भी मौजूद थे।