कोरबा।राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के अन्तर्गत रविवार को सवेरे कलेक्टर पी.दयानंद ने कोरबा शहर के ढोढ़ीपारा स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शून्य से पांच वर्ष के बच्चों को दो बूंद जिंदगी की-पल्स पोलियो की दवा पिलाई।इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व देवेन्द्र पटेल, जिला टीकाकरण अधिकारी डा. अंकित पालीवाल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक डा.पद्माकर शिन्दे, पीएससी ढोढ़ीपारा की मेडिकल आफिसर डा. दीप्ति सिंह राज एवं बच्चों के अभिभावक उपस्थित थे।कलेक्टर ने कहा कि छत्तीसगढ एवं देश़ को पोलियो मुक्त बनाये रखने के लिए आज से अभियान का दूसरा चरण शुरू है।जबकि पहला चरण 29 जनवरी को आयोजित हुआ था।उन्होंने कहा कि माता-बहनें ये न सोंचें कि पहले चरण में बच्चों को पोलियो की दवाई पिलाई जा चुकी है तो अब इसकी जरूरत नहीं है।
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दूसरे चरण में भी बच्चों को पोलियो की दवा आवश्यक रूप से पिलानी होगी।दवा पीने से अगर एक भी बच्चा छुटा तो इससे सुरक्षा चक्र टूटने का खतरा रहेगा। स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ पी.एस. सिसोदिया ने बताया कि पोलियो बूथ के अलावा रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, हाट-बाजार, भीड़-भाड़ वाले स्थानों में मोबाईल वेन के जरिये भी बच्चों को दवा पिलाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि छुटे बच्चों को 3 एवं 4 अप्रेल को स्वास्थ्य विभाग और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं के सहयोग से घर-घर जाकर पोलियो की दवा पिलाई जायेगी। इस अभियान के तहत जिले के एक लाख 70 हजार शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है।