कांग्रेसियों का हाईवोल्टेज प्रदर्शन…हंगामे के बीच 635 करोड़ का बजट पास

BHASKAR MISHRA
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IMG20170328113230IMG20170328114627  बिलासपुर— नगर निगम सभा में आज अद्भुत नजारा देखने को मिला। सभा शुरू होते ही कांग्रेस पार्षद दल ने निगम सीमा क्षेत्र में शराब दुकान खोले जाने का विरोध किया। बैनर पोस्टर पहनकर शराब विक्री और दुकान निर्माण का विरोध किया। कांग्रेसियों ने प्रदेश सरकार और स्थानीय मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सभापति ने कांग्रेसी पार्षदों को नारेबाजी लिखे बैनर का उतारने को कहा। लेकिन कांग्रेसियों ने किसी की नहीं सुनी। नतीजतन सभा शुरू होने से पहले ही सभी कांग्रेसियों को सभापति ने आधे घंटे के सदन से बाहर निकाल दिया।

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जैसे की उम्मीद थी…निगम की सामान्य सभा कुछ उसी तरह की थी। सामान्य सभा में पक्ष विपक्ष में तू-तू,मै-मै के साथ हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। कांग्रेसियों ने सदन में जमकर हंगामा किया। नेता प्रतिपक्ष शेख नजरूद्दीन,कांग्रेस पार्षद दल के प्रवक्ता शैलेन्द्र जायसवाल,रामा बघेल,चन्द्रप्रदीप वाजपेयी,दीपांशु श्रीवास्तव ने टेबल पर चढ़कर शराबबंदी के समर्थन में मांग करते हुए शराब दुकान बनाए जाने का विरोध किया।

इस बीच महापौर समेत भाजपा नेताओं ने कांग्रेस की मांग पर चर्चा करने का आश्वासन दिया। लेकिन इसके पहले जनहित मुद्दों और बजट पर चर्चा करने को कहा। लेकिन कांग्रेसियों ने किसी के एक बात नहीं सुनी। बार बार टेबल पर खड़े होकर शराब बिक्री और निगम क्षेत्र में दुकान बनाए जाने पर चर्चा की मांग की। कांग्रेसियों ने महापौर और निकाय मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की।

कांग्रेस के हाईवोल्टेड ड्रामा के विरोध में कांग्रेसियों ने भी नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस पार्टी पर चोट किया। कांग्रेस पर जनहित के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया। सदन में विरोध का जिम्मा उमेश चन्द्र कुमार के अलावा एल्डरमेन मनीष अग्रवाल ने थामा। देखते ही देखते सदन में भगदड़ की स्थिति बन गयी। सभापति ने कांग्रेसियों को आधे घंटे के लिए निलंबित कर बाहर का रास्ता दिखा दिया।

बजट और प्रस्ताव पर मुहर

IMG20170328114615कांग्रेस पार्षदों के निष्कासन के बाद सदन में करीब आधे घंटे के भीतर निगम सरकार ने 34 प्रस्ताव के अलावा बजट प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पास कर दिया। महापौर ने सदन में बजट पेश किया। महापौर ने कहा कि बिलासपुर नगर निगम क्षेत्र का बजट पेश किया जाता है। सभी भाजपा पार्षदों ने बिना चर्चा किये ध्वनिमत से 635 करोड़ का बजट पारित कर दिया। महापौर किशोर राय ने बजट को विकासोन्मुखी और बेहतर बताया। उन्होने कहा कि दुर्भाग्य है कि कांग्रेस नेता शहर का विकास नहीं करना चाहते हैं। हमे खुशी होती कि बजट पर वह अपनी प्रतिक्रिया सदन को देते। इसके बाद शराब मुद्दों पर बातचीत करते।

  आधे घंटे बाद फिर हंगामा

बजट पेश करने के बाद कांग्रेसी सदन में पहुंचे। सभापति ने नेता प्रतिपक्ष समेत सभी कांग्रेस नेताओं को शरीर से बैनर पोस्टर निकालने को कहा। लेकिन कांग्रेस पार्षदों ने मानने से इंकार कर दिया। तैयब ने कहा कि यदि बजट की एक एक बातों पर चर्चा की सभापति गारंटी दें तो पोस्टर निकालने को तैयार हैं। देखते ही देखते सत्ता पक्ष और विपक्ष में वाद विवाद बढ़ गया। सभापति ने एक बार फिर कांग्रेस पार्षदों को बाहर का रास्ता दिखाया। पन्द्रह मिनट बाद सदन में पहुंचकर कांग्रेसियों ने हंगामा किया तो अशोक विधानी सदन को पन्द्रह मिनट के लिए निलंबित कर दिया।IMG20170328124953

जातिगत गाली गलौच पर हंगामा

सदन स्थगन के करीब पन्द्रह मिनट बाद कांग्रेस और भाजपा पार्षद सभा में पहुंचे। इस बार भी जमकर हंगामा हुआ।  सभापति अशोक विधानी ने कांग्रेसियों को बैनर पोस्टर निकालने को कहा। तैयब हुसैन ने कहा कि यदि सभापति शराबबंदी और बजट पर चर्चा करने को तैयार होंगे इसके बाद ही पोस्टर निकाला जाएगा। सभापति ने कांग्रेसियों की शर्त को मानने से इंकार कर दिया। इसके बाद देखते ही देखते हंगामा शुरू हो गया। इस बीच कांग्रेसी पार्षद रामा बघेल ने एल्डरमेन मनीष अग्रवाल पर जातिगत गाली गलौज का आरोप लगाकर हंगामा मचाना शुरू कर दिया। जिसके चलते भाजपा और कांग्रेसी पार्षदों के बीच जमकर झूमाझटकी हुई। बीच बचाव के बाद मामले को नियंत्रित किया गया।IMG20170328125522

            हंगामें के बीच निर्दलीय पार्षद राजेश चतुर्वेदी ने सभापति और सदस्यों से शहर के विकास पर चर्चा करने का आग्रह किया। इसके पहले विकास पर चर्चा हो जातिगत मामले गाली गलौच के मामले ने तूल पकड़ लिया। कांग्रेसियों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। नाराज रामा बघेल गर्भगृह में पहुंच सभापति पर मनीष अग्रवाल और भाजपाइयों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सभापति अशोक विधानी ने पार्षद रामा बघेल को बाहर जाने को कहा।सभापति ने सदन कार्रवाई बन्द करने के निर्देश के बाद सामान्य सभा की बैठक हंगामे के साथ खत्म हो गयी।

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