बिलासपुर।भारतीय जनता पार्टी प्रदेश और देश भर में अपने पक्ष में मिल रहे जनमत को सहेजने में जुट गई है और इसके लिए बड़ी तैयारी की गई है।इसी सिलसिले में छत्तीसगढ़ में नगरीय निकायों से लेकर पंचायतों तक भाजपा की टिकट पर जीतकर आए नुमाइंदों को पार्टी की सोच–विचारधारा से रू-ब-रू कराया जा कहा है।जिसे लेकर प्रदेश में जगह-जगह पार्षद से लेकर जिला और जनपद पंचायत सदस्यों – अध्यक्षों तक सभी स्तर के जनप्रतिनिधियों के प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किए जा रहे हैं।हाल ही में कोरबा में सरगुजा और बिलासपुर संभाग के नगर पंचायत अध्यक्ष औऱ पार्षदों का प्रशिक्षण वर्ग हुआ।दो दिन के इस ट्रेनिंग कैम्प में दोनों संभाग के सभी भाजपाई नगर पंचायत पार्षद–अध्यक्ष शामिल हुए। प्रशिक्षण की शुरूआत में प्रदेश के नगरीय निकाय मंत्री अमर अग्रवाल सहित कई नेताओँ ने अपनी बात रखी और सरकार की योजनाओँ की जानकारी दी। समापन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरम लाल कौशिक की मौजूदगी में हुआ।समापन समारोह की अध्यक्षता योगेश लाम्बा कर रहे थे और मंच पर प्रदेश वनौषधि बोर्ड के अध्यक्ष रामप्रताप सिंह, पूर्व मंत्री ननकीराम कँवर,साँसद डॉ. बंशीलाल महतो,पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष बनवारी लाल अग्रवाल, प्रदेश बीजेपी उपाध्यक्ष दीपक पटेल, हज कमेटी के चेयरमैन सैफुद्दीन भी मौजूद रहे।
प्रशिक्षण वर्ग के समापन के दौरान मुख्य अतिथि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरम लाल कौशिक ने अपने लम्बे भाषण में सिलसिलेवार बताया कि किस तरह जनसंघ – भाजपा का गठन हुआ और आज यह पार्टी किस मुकाम पर पहुंच चुकी है।उन्होने मंच से वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवानी की किताब “मेरा देश–मेरा जीवन ” दिखाते हुए लोगों को इसे पढ़ने का मशविरा दिया।उनके भाषण में आजादी के बाद कांग्रेस सरकार की भूमिका से लेकर आपातकाल की घोषणा तक तमाम बातों का जिक्र था।आपातकाल के बाद जनता पार्टी की स्थिति पर भी उन्होने बात रखी।नगर पंचायत के जमीनी स्तर के जनप्रतिनिधियों के सामने तफशील से बताया गया कि बीजेपी का सफर कहां से शुरू हुआ और अब तक कहां पहुंचा है।पार्टी के विजय अभियान की तस्वीर पेश करते हुए हाल के यूपी चुनाव नतीजों की भी चर्चा की गई।
ट्रेनिंग ले रहे लोगों के सामने यह बात भी रखी गई कि आज बीजेपी ऐसी पार्टी है–जिसके सबसे अधिक सदस्य हैं,सबसे अधिक सांसद और सबसे अधिक विधायक हैं।और यह भरोसा भी जताया गया कि अब आगे जो भी चुनाव होंगे- उसमें बीजेपी का विजय अभियान जारी रहेगा।ऐसी सूरत में पार्टी से जुड़े जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी भी बढ़ रही है।जनप्रतिनिधियों को अपने अधिकारों के साथ ही कर्तव्यों का भी अहसास होना जरूरी है।मतदाता जिस उम्मीद के साथ उन्हे प्रतिनिधि चुनकर भेज रहे हैं–इसे समझकर अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी के साथ निभाएं। पार्टी से जुड़े जनप्रतिनिधियों को यह समझना बेहद जरूरी है। जिससे उनकी गैरजिम्मेदारी का खामियाजा कभी पार्टी को न भुगतना पड़े।
जानकारी के मुताबिक इस समय प्रदेश के अलग–अलग हिस्से में जनता के बीच से चुनकर आए भाजपा के नुमाइंदों को इस तरह की ट्रेनिंग देने की कवायद चल रही है।जहां जनप्रतिनिधियों को केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओँ के बारे में तो बताया ही जा रहा है। साथ ही इसके जरिए व्यवस्था को लेकर “फीडबैक ” लेने की कोशिश भी नजर आती है।खासकर अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिहाज से यह अहम् माना जा रहा है कि बीजेपी ने ” सिस्टेमेटिक ” रूप से अपने जमीनी लोगों को रिचार्ज करने की बड़ी तैयारी शुरू कर दी है।जिससे कार्यकर्ताओँ को पहले से तैयार किया जा सके।इस पूरी कवायद में एक यह बात भी नजर आती है कि देश भर में बन रहे माहौल के बीच भाजपा के जनप्रतिनिधियों की फौज जिस तरह बढ़ती जा रही है, उसे सहेजने में इस तरह की ट्रेनिंग कारगर साबित हो सकती है।खास बात यह भी है कि यह छत्तीसगढ़ भाजपा का अपना मौलिक कार्यक्रम है। जो आगे चलकर देश के दूसरे हिस्सों के लिए भी अनुकरणीय बन सकता है।