रायपुर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह मंगलवार को सोशल मीडिया-फेसबुक के जरिए लोगों से मुखातिब हुए और प्रदेश के बजट को लेकर लोगों के सवालों का जवाब दिया। इस दौरान प्रदेश में शराबबंदी, प्रदूषण , महिलाओँ के विकास, आईटी विकास ,तेंदूपत्ता जैसे कई मुद्दों के लेकर लोगों नें सीएम से सवाल किए।जिनका डा. रमन सिंह ने जवाब दिया।
जितेन्द्र पारख ने सवाल कियाः- बजट 2017 में शराब दुकानों के लिए 156 करोड़ दिया गया है, क्या प्रदेश ऐसे में शराबबंदी की ओर अग्रसर हो पाएगा?
डा. रमन सिंहः- विगत वर्षों में चरणबद्ध तरीके से 250 शराब दुकाने बंद की गयीं है. ठेकेदारों और कोचियों पर लगाम लगाने हेतु इस वर्ष नई शराब नीति लागू की गयी है. साथ ही 11 सदस्यों की एक कमेटी का गठन किया गया है. जो 6 राज्यों में शराब बंदी पर अध्ययन कर हमें रिपोर्ट देगी जिस पर आगे कार्यवाही की जाएगी।
जितेन्द्र पारखः– बजट 2017 में नक्सलवाद के ख़ात्मे के लिए कौन से क़दम उठाए गए है?
डा. रमन सिंहः- प्रदेश के सुदूर आदिवासी क्षेत्रों में अधोसंरचना उन्नयन हमारी सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है। बस्तर तथा सरगुजा क्षेत्र में 10 हजार करोड़ की लागत से 2 हजार 400 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। इन क्षेत्रों की विद्युत व्यवस्था सुदृढ़ करने हेतु 2 हजार करोड़ का निवेश किया जाएगा, जिसमें बस्तर क्षेत्र के 480 गांवों का विद्युतीकरण तथा सौर सुजला के माध्यम से सिंचाई का कार्य शामिल है। नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में 146 नये मोबाईल टावर स्थापित करके तथा 800 किलोमीटर आॅप्टिकल फाइबर केबल बिछाकर संपर्क सुविधा को मजबूत किया जा रहा है। अनुसूचित क्षेत्र में 550 किलोमीटर रेल नेटवर्क का कार्य प्रारंभ किया गया है।
सौरभ जाय़सवालः– महिलाओ कों इस बजट मे क्या मिला है , प्लीस बताए!!
डा. रमन सिंहः- गरीब लड़कियो के लिए कॉलेज स्तर तक की निःशुल्क शिक्षा व्यवस्था की है इसके अतिरिक्त मेडिकल तथा प्रोफेशनल कॉलेज में भी निःशुल्क शिक्षा की भी व्यवस्था है अन्य विद्यार्थिय़ों केलिये बहुत कम ब्याज पर शिक्षा ऋण मेरी सरकार ने उपलब्ध कराया है।
राजेश जोसेफः- रायपुरवासियों को काली धूल से कब तक निजात मिल पाएगी?
डा. रमन सिंहः-भारत सरकार की अघतन रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष अन्य शहरों की तुलना में रायपुर शहर के प्रदुषण स्तर में सर्वाधिक कमी आयी हैं. यह एक बेहतर रणनीति से संभव हुआ है ।
सौरभ जायसवालः-रो़ड सेफटी के लिये बजट मे कुछ है ?
डा. रमन सिंहः-जनकेन्द्रित सुविधाओं की दिशा में कदम बढ़ाते हुए यह निर्णय लिया गया है कि रायपुर में सेंसर आधारित कम्प्यूटराईज्ड ड्राइविंग ट्रैक (ई-ट्रैक) स्थापित किया जाएगा। इसके अंतर्गत हल्के और भारी वाहनों के लिए कम्प्यूटराईज्ड ड्राइविंग कौशल परीक्षण किया जाएगा। इस व्यवस्था के लिए 5 करोड़ 22 लाख का प्रावधान किया गया है। सुगम एवं सुरक्षित यातायात व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए राज्य के वाहनों में व्हिकल ट्रैकिंग व्यवस्था लागू की जा रही है। इस परियोजना के क्रियान्वयन से न केवल महिलाओं एवं अन्य यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी बल्कि परमिट शर्तों के उल्लंघन पर प्रभावी नियंत्रण भी पाया जा सकेगा। इस कदम से शासन के राजस्व में भी वृद्धि होगी।
प्रवीण शर्माः- तेंदुपत्ता समर्थन मूल्य के संबंध में इस बजट में क्या प्रावधान किये गये हैं? कृपया इस पर प्रकाश डालें सीएम सर!!
डा. रमन सिंहः- वर्ष 2017-18 में तेंदुपत्ता संग्रहण दर 1 हजार 500 रु. से बढ़ाकर 1 हजार 800 रु. प्रति मानक बोरा होगी। इनके एक-एक सदस्य को साड़ी एवं चरण पादुका वितरण किया जाएगा। प्रदेश के लगभग 12 लाख 55 हजार तेंदुपत्ता संग्राहक परिवारों को इससे लाभ होगा।
आशीष टिकरियाः-इन्फर्मेशन टेक्नालॉजी को लेकर क्या योजना है..
डा. रमन सिंहः- स्टार्ट अप छत्तीसगढ़ कार्यक्रम के जरिये राज्य के निवासियों को सफल उद्यम आरंभ करने के लिए सहायता दी जाएगी। इसके अंतर्गत वैचारिक, वित्तीय, तकनीकी तथा उद्यमिता उत्थान के लिए सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। बजट में 3 करोड़ का प्रावधान किया गया है। सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी समर्थित सेवा नीति 2014 से 2019 जारी की गई है। हम देश के उन चुनिंदा राज्यों में शामिल हैं, जिन्होंने इनोवेशन तथा उद्यमिता नीति बनाई है। अबतक 35 सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों द्वारा 1 हजार 327 करोड़ के निवेश की पहल की गई है, जिनसे लगभग 9 हजार रोजगार सृजित होना संभावित है। 5 कंपनियों के द्वारा संचालन प्रारंभ कर दिया गया है।
बजट को लेकर लोगों के सवालों का जवाब देने के लिए डा.रमन सिंह ने करीब एक घंटे का समय दिया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने अपने सवाल पूछे।आखिर में सीएम डा. रमन सिंह ने कहा- आपसे छत्तीसगढ़ बजट 2017 पर चर्चा कर के बेहद अच्छा लगा। आपके सवालों का जवाब देकर मुझे बहुत प्रसन्नता होती है।मुझे खुशी होती है जब प्रदेश का युवा मुझसे छत्तीसगढ़ के विकास की बात करता है। आगे भी मैं आपसे इसी तरह अन्य विषयों पर चर्चा करूँगा।