आग से 400 कर्मचारियों की कुंंडली स्वाहा..4 सदस्यीय टीम करेगी जांच

BHASKAR MISHRA
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DSC_0082 बिलासपुर—पशुधन संसाधन एवं चिकित्सा विभाग में बीती रात आग लगने से स्ट्रांग रूम में रखे दशकों दस्तावेज जलकर खाक हो गए है। आग का कारण शार्टसर्किट को बताया जा रहा है। खबर मिलते ही बिलासपुर एसडीएम नूतन कंवर और बिल्हा एसडीएम वैद्य मौके पर पहुंच गए। दमकल टीम के सहयोग से आग पर काबू पाया गया है। घटना करीब एक से दो बजे रात की है।

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                      बीती रात संयुक्त संंचालक पशुधन विभाग के गोपनीय शाखा में आग लगने से दशकों पुराने दस्तावेज जलकर खाक हो गए। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन का अमला रात को ही मौके पर पहुंच गया। दमकल टीम के सहयोग से आग पर काबू पाया गया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार आग का शार्ट सर्किट को बताया जा रहा है। सुबह सिविल लाइन पुलिस टीम ने विभाग पहुंचकर पंंचानामा रिपोर्ट तैयार कर लिया है।

                           संयुक्त संचालक के.के.ध्रव ने बताया कि आग पर काबू पाने और जरूरी पुलिस जांच पड़ताल के बाद कमरे को सील कर दिया गया है। चाभी जिला प्रशासन को सौंप दिया गया। ध्रुव ने बताया कि जिस कमरे में आग लगी वह संयुक्त संंचालक कार्यालय का स्ट्रांग रूम है। स्ट्रांग रूम में चेकबुक, कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका, पास बुक और अतिगोपनीय दस्तावेज रखे हुए थे। कितना कुछ बचा है जांंच के बाद ही पता चलेगा।

                                       संयुक्त संंचालक कार्यालय का बाबू टी.एस.ठाकुर ने बताया कि मामले की जानकारी रात में तैनात गार्ड ने दी। संयुक्त संचालक के.के.ध्रुव रायपुर एक बैठक में गए थे। सूचना मिलने के बाद रात को ही कार्यालय पहुच गए। जिला कलेक्टर ने आगजनी की शिकायत पर एसडीएम कंंवर और वैद्य को मौके पर भेजा। सुबह पुलिस ने सभी का बयान भी दर्ज कर लिया है।

                          संंयुक्त संचालक पशुधन विभाग के.के.ध्रुव ने बताया कि रविवार को कलेक्टर अन्बलंगन पी. मौके का मुआयना करेंगे। मामले की जानकारी अवर सचिव और छत्तीसगढ़ महालेखाकार को भेज दी गयी है। शासन स्तर पर क्या कुछ निर्णय होगा इसकी जानकारी अभी नहीं है।

चार सदस्यीय टीम करेगी जांचDSC_0080

            संयुक्त संचालक के.के.ध्रुव ने बताया कि जिला प्रशासन ने जांच के लिए चार सदस्यीय टीम का गठन किया है। टीम के अध्यक्ष एडिश्नल कलेक्टर के.डी. कुंजाम होंगे। तीन अन्य सदस्य पीडब्लडी विभाग के ई.ई. मधेश्वर प्रसाद, इलेक्ट्रिकल्स एन्ड मेकेनिकल्स के ई.ई आर.के.लाल और ट्रेजरी अधिकारी वर्मा होंगे। चार सदस्यीय टीम सप्ताह के भीतर आग लगने के कारणों और नुकसान की रिपोर्ट जिला कलेक्टर को देगी।

विभागीय टीम भी करेगी जांच 

                 जानकारी के अनुसार जेडी आफिस में आग लगने के कारणों की जांच विभाग की टीम भी करेगी। पांच सदस्यीय टीम में डॉ.गुप्ता, डा.सिंंह, डॉ.अजय अग्रवाल, डॉ.श्रीमती दुबे को सदस्य बनाया गया है। पशुधन विभाग की टीम जिला प्रशासन टीम को सहयोग करेगी। कमरे में क्या कुछ रखा गया है उसके बारे में बताएगी।

आग लगी या लगायी गयी

                              कुछ लोगों ने आगजनी के बाद सुबह कार्रवाई के दौरान खुशुर फुसुर करते पाए गये। आपस में चर्चा के दौरान लोगों ने बताया कि आग लगी नहीं बल्कि लगायी गयी है। पशुधन विभाग में पिछले कुछ सालों से भर्ती से लेकर वित्तिय अनियमितता मामले में कई बार शिकायत सामने आयी है। चर्चा के दौरान कुछ ऐसी बातें भी सामने आयी जिसे आसानी से इंंकार नहीं किया जासकता है। लोगों ने बताया कि कुछ दस्तावेजों को ठिकाने लगाने के लिए ही बिजली के तारों से खिलवाड़ किया गया है। ताकि आगजनी की घटना नेचुरल लगे। और विभाग आने वाले समय में कहने की स्थिति में रहे कि सभी दस्तावेज आग में स्वाहा हो गये।

दिन गुजरा अस्त व्यस्त

         पशुधन विभाग कर्मचारियों का सारा दिन अस्त व्यस्त में गुजरा। सभी लोगों के चेहरों पर तनाव देखने को मिला काम काज पूरी तरह से ठप रहा। कंमरे में पूरे दिन अंंधेरा था। कर्मचारियों का पूरा दिन पुलिस पूछताछ में गुजर गया।

दशकोंं पुराने दस्तावेज खाक..अलमारी में भी लगी आग

                    लोगों ने बताया कि आग की चपेट में आने से साल 1975 से अब तक के दस्तावेज जले हैं। क्या कुछ बचा है जांच के बाद ही कुछ बताया जा सकता है। आग ने बंद आलमारी में रखे दस्तवाजों को जला दिया है। आलमारी तोड़कर आग को बुझाया गया। कुछ दस्तावेज जले नहीं लेकिन पानी के कारण बरबाद होने की आशंका है। दमकल टीम ने आग पर काबू पाने के लिए अन्य दस्तावेजों पर पानी डाला था।

चार सौ कर्मचारियों की थी कुंडली

            बताया जा रहा है कि जेड़ी विभाग के स्ट्रांग रूमें चार सौ कर्मचारियों की कुंडली थी। स्ट्रांंग रूम में कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका,पास बुक,चेक बुक के अलावा जरूरी गोपनीय दस्वावेज रखे हुए थे।

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