बिलासपुर—जांजगीर जिला प्रशासन ने गोरखपुर उत्तरप्रदेश से चन्द्रपुर विधानसभा के 22 बंधक मजदूरों को ठेकेदार के चंगुल से आजाद कराया है। ठेकेदार के चंगुल से आजाद मजदूर काफी डरे हुए हैं। माालूम हो कि 22 मजदूर उत्तरप्रदेश के गोरखपुर जिले में ईंट बनाने का काम करने गए मजदूरों को ठेकेदार ने बंधक बना लिया था।ठेकेदार ने बंधकों को मजदूरी देने से भी इंकार कर दिया। खाना पीना भी बंद कर दिया। आप नेताओं की सूचना पर जांजगीर प्रशासन ने गोरखपुर से 6 परिवार के सभी 22 बंधक सदस्यों को आजाद करवा लिया है। सभी मजदूरों ने अम्बे गांव पहुंचकर खुशी जाहिर की है।
आम आदमी पार्टी नेता जसबीर सिंह ने बताया कि गोरखपुर में बंधक बनाए जाने के बाद पीडित परिवार के सदस्यों ने जांजगीर प्रशासन से परिजनों को आजाद कराने की गुहार लगाई थी। लेकिन प्रशासन ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। परिजनों से आम आदमी पार्टी को सूचना मिली। पार्टी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री , श्रम मंत्री , कलेक्टर से लिखित आवेदन देकर बंधकों को छुड़ाने की मांग की।
दो महीने के बाद भी प्रशासन ने बंधकों के परिजनों की शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया। इसके विरोध में आप कार्यकर्ताओं ने बंधक परिजनों के साथ कलेक्टर कार्यालय के सामने दो दिनों का आमरण अनशन किया। अनशन के दबाव में जिला प्रशासन ने बंधकों को छुड़ाने एक टीम को गोरखपुर भेजा। आज 6 परिवारो के सभी 22 बंधकों को अम्बे गांव पहुंचा दिया है।
आम आदमी पार्टी युवा मोर्चा प्रदेश संयोजक भानू प्रकाश चन्द्रा ने बंधक मजदूरों को नई जिन्दगी दिये जाने पर प्रशासन के प्रति धन्यवाद जाहिर दिया है। चन्द्रा ने बताया कि जिला प्रशासन ने मामले को समय पर गंभीरता से लिया होता तो परिजनों को परेशानियों से गुजरना नहीं पड़ता। हेमन्त पटेल संकुल पयर्वेक्षक , पुष्पेन्द्र खूँटे , संकुल पयर्वेक्षक , चन्द्रपुर विधान सभा , और आप कार्यकर्ताओं को ठेकेदार की चंगुल से आजाद मजदूरों ने धन्यवाद दिया है।