बिलासपुर— महमंद बाईपास रोड हादसे में मौत के लिए प्रशासन जिम्मेदार है। एक महीने में दो हादसे ने दिल दहलाकर रख दिया है। एक दिन पहले हादसे में तीन लोंगो की मौत हो गयी। काग्रेस नेता अभयनारायण ने कहा कि घटना के लिए केवल प्रशासन जिम्मेदार है।
अभय के अनसुार निर्माण के समय रोड सीधी बनायी जा सकती थी। सरकारी जमीन होने के बावजूद ऐसा नहीं किया गया। हमेशा की तरह राजस्व और लोक निर्माण विभाग ने टेढे मेढे पगडन्डियों को राज्य और राष्ट्रीय राजमार्ग बना दिया। सिलपहरी रोड से महमद रोड के बीच अभी तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है। 29 जनवरी से 22 फरवरी के बीच 4 जानें जा चुकी है।
सड़क दुर्घटना पर प्रतिक्रिया के साथ आक्रोश जाहिर करते हुए कांग्रेस नेता अभय नारायण राय ने कहा कि 29 जनवरी को आंधा मोड़ पर बढ़ई ईश्वर साहू की सड़क हादसे में मौत हो गयी। हंगामे के बाद प्रशासन ने ब्रेकर बनाने का आश्वासन दिया। लेकिन ब्रेकर नहीं बनाया गया। ईश्वर साहू के तेरहवीं के ठीक 10 दिन बाद आशा देवी निर्मलकर, उसके देवर और बच्चे की सड़क हादसे में मौत हो गयी। आशा देवी महमद निवासी अपने रिश्तेदार से मिलने दूसरे गांव से आयी थीं।
अभय के अनुसार अगर सड़क सीधी होती तो हादसे से बचा जा सकता था। लगातार हादसे को लेकर कांग्रेस में आक्रोश है। ग्रामवासियों ने निर्णय लिया है कि जनप्रतिनियों के साथ बैठक के बाद अंधे मोड़ पर सडक चैड़ीकरण और डिवाइडर बनाने की मांग शासन से करेंगे। सिलपहरी मोड़ से लेकर महमंद मोड़ तक पर्याप्त मात्रा में स्पीड ब्रेकर और आवश्यकतानुसार रेडियम संकेत लगाने को भी कहेंगे।
अभय नारायण राय ने बताया कि हादसे के बाद लोक निर्माण विभाग के इंजिनीयर गैरजिम्मेदारना वक्तव्य दिया है। हम इसकी आलोचना करते हैं। इंजीनियर ने सडक हादसे के लिए मृतक परिवार को जिम्मेदार बताया है। जल्द ही गांव के लोग सांसद विधायक के साथ कलेक्टर और लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता से मुलाकात कर दुर्घटनाओं के कारण, और निदान की बात करेंगे। अभय ने कहा कि दुख और चिन्ता का विषय है कि हादसे के बाद पुलिस के अलावा किसी भी विभाग ने अपनी भूमिका को गंभीरता से नहीं लिया है।