बिलासपुर सहित पांच शहरों में छतों पर होगी सब्जी की खेती

Shri Mi
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nagar nigam 1रायपुर।राज्य के शहरों में लोगों को घरों के आसपास की सीमित जगह पर या मकान की छतों पर सब्जी उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत पहले चरण में पांच नगर निगम क्षेत्रों रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर एवं रायगढ़ का चयन हुआ है।हर दिन ताजी और पौष्टिक साग-सब्जी मिल सके, इसके लिए रसोई घरो के बेकार बह जाने वाले पानी का उपयोग करते हुए घरों को हरा-भरा रखने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाएगा। इस संबंध में राज्य स्तरीय स्वीकृति समिति द्वारा वर्ष 2016-17 के लिए कार्य योजना का अनुमोदन कर दिया गया है।कृषि और जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने मंत्रालय से संबंधित जिलों के कलेक्टरों और नगर निगम आयुक्तों तथा उद्यान विभाग के अधिकारियों को परिपत्र जारी किया है।

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                                     कार्य योजना मे लोगों को इन शहरों में साग-सब्जियों के उन्नत बीजों के बागवानी पैकेट दिए जाएंगे।योजना का क्रियान्वयन संचालक उद्यानिकी के तकनीकी एवं प्रशासनिक नियंत्रण में किया जाएगा। चयनित हितग्राहियों को 50 प्रतिशत का अनुदान मिलेगा।हर बागवानी कीट की अनुमानित लागत चार हजार 500 रूपए है। इसमें से दो हजार 250 रूपए का अनुदान दिया जाएगा।बागवानी कीट में यू.वी. स्टेबलाईज-200 माईक्रॉन मोटाई का पालिथीन बैग कोकोपिट सहित, हाईब्रिड वेजीटेबल सीड-टमाटर 5 ग्राम, बैगन 5 ग्राम, शिमला मिर्च 5 ग्राम, मिर्च 5 ग्राम, पत्ता गोभी 5 ग्राम, आर्गेनिक मेन्योर एक किलोग्राम, ग्रोथ प्रमोटर 100 मिलीलीटर, एजाडिरेक्टिन 100 मिलीलीटर, सीडलिंग टेª 98 सेल, प्रूनिंग सिकेटियर एक नग और टिगर हेड एक नग शामिल रहेंगे।

                                      इन नगर निगम क्षेत्रों के ऐसे निवासी जिनके घरों के आसपास खाली जगह है या छत है, शहरी रसोई बागवानी कीट प्राप्त करने आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने वाले हितग्राहियों का स्वयं के नाम पर राज्य के किसी शासकीय बैंक में खाता अवश्य होना चाहिए। परिपत्र में कहा गया है कि संबंधित निकायों के लिए निर्धारित लक्ष्य से दस प्रतिशत अधिक हितग्राहियों का चयन ग्रामीण विस्तार अधिकारियों द्वारा किया जाएगा।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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