रायपुर।मंगलवार को समाज कल्याण विभाग द्वारा राष्ट्रीय न्यास अधिनियम की योजनाओं पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। समाज कल्याण मंत्री रमशीला साहू ने इस कार्यशाला का शुभारंभ किया।श्रीमती साहू ने कहा कि दिव्यांगों के लिए विभिन्न योजनाओं का कितना लाभ ले सकते हैं इस पर मंथन के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया है। दिव्यांग जनों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर जो न्यास बना है उस पर प्रतिबद्धतापूर्वक कार्य करने की आवश्यकता है। दिव्यांगों में जो हुनर भरा है उसे बाहर लाना है। उन्हें योजनाओं का लाभ देकर मुख्य धारा से जोड़ना है।
कार्यशाला में विभाग के सचिव सोनमणि बोरा ने दिव्यांगों के लिए निरामय योजना पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह योजना 15 अक्टूबर 2016 से शुरू हुई। इस योजना के तहत दिव्यांग व्यक्तियों का चाहे वह बी.पी.एल. परिवार से हो या ए.पी.एल. सबका एक लाख रूपए का बीमा करवाया जाता है। बी.पी.एल. परिवार के दिव्यांग के लिए बीमा की प्रीमियम राशि 250 रूपए तथा ए.पी.एल. परिवार के दिव्यांग के लिए बीमा की प्रीमियम राशि 500 रूपए रखी गई है।
सचिव ने अधिकारियों से कहा कि केवल लिखा पढ़ी ना करे, दिव्यांगों के बीमा हेतु मुहिम चलाये तथा व्यक्तिगत रूचि लेते हुए जनप्रतिनिधियों, ब्लॉक तथा जिला के अधिकारियों से मिलकर निरामय योजना को सफल बनाने हेतु कार्य करे।बोरा ने बताया कि दिव्यांग के लिए विभाग की ओर से तीन योजनाएं प्रारंभ की गई। है।हाईस्कूल परीक्षा में जो दिव्यांग विद्यार्थी जिला स्तर पर प्रथम आएगा उसे पुरस्कार दिया जाएगा, दिव्यांगजनों को परीक्षा तैयारी हेतु छात्रगृह योजना के तहत हॉस्टल सुविधा प्रदान की जाएगी,पी.एस.सी. तथा यू.पी.एस.सी. की तैयारी हेतु दिव्यांग विद्यार्थियों को सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना।
इसके अलावा सचिव ने बताया कि निरामय योजना में सर्वाधिक बीमा करवाने अधिकारी को विभाग की ओर से पुरस्कृत भी किया जाएगा।बोरा ने कई जिलों से आए अधिकारियों से बीमा लक्ष्य प्राप्ति के बारे में भी पूछा तथा उन्हें कार्य में तेजी लाने के निर्देश भी दिए। बोरा ने अधिकारियों से लक्ष्य बनाकर कार्य करने को कहा और काम में कसावट लाने के लिए भी कहा।उन्होने अधिकारियों के काम-काज पर नाखुशी जतायी।उन्होंने निर्देश दिए कि और कहा कि सिर्फ सरकारी संस्थाओं के बच्चों का बीमा ना हो बल्कि प्रदेश के सारे विकलांगों का बीमा हो।