बिलासपुर—-भारत शासन के संयुक्त सचिव मनोज पिंगुआ आज जिले के आलाधिकारियों के साथ आज बैठक की। मंथन सभागार में आयोजित बैठक में पिंगुआ ने विमुद्रीकरण के बाद बाजार में आई कठिनाइयों पर विचार विमर्श किया। उपस्थित लोगों को बताया कि बैंको को पैसा डालने और निकालने का जरिया ना बनाकर ट्राॅंजेक्शन प्लेटफार्म बनाया जाए। करेंसी के कम प्रचलन से देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
बैठक में कलेक्टर अन्बलगन पी. समेत उद्योगपति, व्यापारी, किसान, मीडिया, चार्टेड अकाउटेंट, राईस मिलर, शासकीय कर्मचारी संगठन, मजदूर संगठन, जिला औषधि विक्रेता संघ के सदस्य उपस्थित थे। इस दौरान सभी ने 500 और 1000 के नोट बंद करने और वर्तमान व्यवस्था से उत्पन्न हो रही समस्याओं की तरफ ध्यान दिलाय़ा।
जिला लघु उद्योग संघ के अध्यक्ष हरीश केडिया ने कहा कि भारत सरकार और आरबीआई समय पर जो भी निर्देश जारी करते हैं..जरूरी है कि निर्देश जनता तक पहुंचे। ऐसा होने से भ्रम और गुमराह होने से लोग बचेंगे। केडिया ने व्यापारियों के करंट अकाउंट को 12.50 लाख रूपए से अधिक बढ़ाए जाने का सुझाव दिया।
बैठक में बताया गया कि व्यापारियों के पास उपलब्ध छोटे नोटों को बैंक में जमा करने के लिए कोई सीमा निर्धारित नहीं की गई है। अपोलो अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि अस्पताल में मरीजों से पुराने और नए दोनों नोट स्वीकार किये जा रहें है। व्यापारियों ने 500 के नये नोट को जल्द बाजार में लाने के लिए कहा।
इस दौरान धान खरीदी के भुगतान में आ रही समस्याओं पर भी चर्चा हुई। प्रति हफ्ते भुगतान की सीमा बढ़ाये जाने का सुझाव दिया गया। उद्योगपति चर्तुेवेदी ने विमुद्रीकरण प्रक्रिया के दौरान उत्पन्न समस्याओं को देखते हुए व्यापारियों के प्रति सहानूभूति रवैया रखने का सुझाव दिया। करंसी चेस्ट के अधिकारी ने बताया कि बैंको के पास पर्याप्त राशि है।
बैठक में पीओपी (स्वेप मशीन) को व्यापारिक संस्थानों में उपयोग को प्रोत्साहित करने की बात कही गयी। कलेक्टर ने कहा कि बैठक में आए सभी सुझावो को भारत सरकार तक पहॅुचाया जायेगा।