रायपुर।सहकारिता मंत्री दयालदास बघेल ने मंगलवार को नया रायपुर के होटल प्रबंध संस्थान के ‘हमर छत्तीसगढ़’ परिसर में 63वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह का शुभारंभ कार्यक्रम में शरीक हुए।सहकारिता मंत्री दयाल दास बघेल ने कहा है कि राज्य की सहकारी समितियों में 15 नवम्बर से शुरू धान खरीदी के दौरान किसानों को भुगतान उसी दिन कर दिया जाएगा।बघेल ने कहा कि रोज के रोज खरीदे गए धान की राशि का भुगतान शाम तक किसानों के खाते में कर दिया जाएगा। सहकारिता मंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा देश में 500 और 1000 रूपए के पुराने नोटों का प्रचलन बंद करने के निर्णय का छत्तीसगढ़ की सहकारी समितियों में धान खरीदी पर कोई असर नहीं होगा।
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बघेल ने कार्यक्रम में बस्तर संभाग से आए सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों से कहा कि धान खरीदी का काम के संचालन की जिम्मेदारी सहकारिता विभाग की है। विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि उपार्जन केन्द्रों में प्रतिदिन किसानों का धान शाम तक खरीद लिया जाए और उसकी राशि उनके खातों में उसी दिन जमा हो जाए और किसान जरूरत पड़ने पर अपने खाते से राशि निकाल सकें। इससे नोट बंदी का कोई प्रभाव किसानों पर नहीं पड़ेगा।
राज्य सरकार पिछले वर्ष के सूखा पीड़ित किसानों को राहत राशि का वितरण कर रही है, जिसका लाभ जरूरतमंद किसानों को मिले, यह देखना भी सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है।
बघेल ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार सहकारी समितियों के सदस्य किसानों को खेती के लिए ब्याज मुक्त ऋण दे रही है। खेती के साथ-साथ किसान भाई कृषि आधारित कोई छोटा व्यवसाय भी करें। खाद और बीज मार्च-अपै्रल में उठा लें तो जरूरत पड़ने पर वे साल में कभी भी उसका उपयोग कर सकते हैं। सहकारिता मंत्री ने बताया कि डेयरी व्यवसाय के लिए बारह लाख रूपए का ऋण लेने पर छह लाख रूपए का अनुदान मिलता है। किसानों को इसका भी लाभ लेना चाहिए। श्री बघेल ने बताया – राज्य में संचालित तीन सहकारी शक्कर कारखानों में उत्पादित शक्कर का वितरण उस क्षेत्र के ग्रामीणों को 28 रूपए 50 पैसे प्रति किलो की दर से किया जा रहा है।