रायपुर—महानदी पर केंद्रीय मंत्री उमा भारती के पत्र के बाद अमित जोगी ने दूसरा पत्र लिखा है। जोगी ने केन्द्रीय मंत्री को शीतकालीन सत्र से पहले महानदी जल विवाद बैठक के मिनट्स जारी करने को मांग की है। जोगी ने कहा कि यद्यपि उमा भारती ने मिनट्स जारी करने की बात कही है। लेकिन शीतकालीन सत्र के दौरान ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर सदन में चर्चा करने को कहा है।
मरवाही विधायक अमित जोगी ने केन्द्रीय जल संसाधन एवं नदी विकास मंत्री उमा भारती को दूसरा पत्र लिखा है। उन्होने महानदी जल विवाद पर सितंबर में हुई बैठक के मिनट्स छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीत सत्र से पूर्व उपलब्ध कराने की मांग की है। इससे पहले लिखे गए पत्र का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने अमित जोगी के पत्र का जवाब देते हुए मामले में समुचित कार्यवाही की आश्वासन दिया है।
मरवाही विधायक ने पत्र के माध्यम से महानदी जल विवाद पर केंद्र सरकार की मध्यस्थता में छत्तीसगढ़ और ओडिशा सरकार की बैठक के मिनट्स जारी करने को कहा है। ऊमा भारती को लिखे पत्र में जोगी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीत सत्र 15 से शुरू होकर 21 नवंबर तक चलेगा। इस दौरान सदन में महत्वपूर्ण मसले पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया जाएगा। यदि समय पर बैठक के मिनट्स मिल जाएंगे तो चर्चा सार्थक दिशा में होगी।
अमित जोगी ने प्रदेश सरकार पर महानदी मामले में दोहरी निति का आरोप लगाया है। जोगी के अनुसार सरकार ने अब तक स्पष्ट नहीं किया है कि छत्तीसगढ़ के किसानों को कितना पानी मिल रहा है। महानदी परियोजना से सिंचित भूमि का रकबा क्यों कम हुआ। पॉवर प्लांट्स को कितना पानी दिया जाएगा। जोगी ने कहा कि ऐसे कई बिंदु हैं जिस पर सरकार को सदन के सामने स्पष्ट करना चाहिए। छत्तीसगढ़ और ओडिशा सरकार महानदी मामले पर केवल राजनीति कर रही है। दोनों राज्यों ने केंद्र सरकार के सामने अपना पक्ष कैसे रखा…सबको जानना जरूरी है।
जोगी ने बताया कि शीतकालीन सत्र में महानदी पर चर्चा छत्तीसगढ़ के किसान और जनता के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। मिनट्स ही बताएंगे कि छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य का पक्ष किस तरह रखा है। सदन में चर्चा के बाद सारी बातें सामने आएंगी।