रायपुर—छजकां के युवा नेताओं की उपस्थिति में प्रदेशाध्यक्ष विनोद तिवारी ने प्रेस वार्ता मेें कहा कि छजकां की युवा विंग 16 नवंबर को सत्ता छोड़ो आंदोलन करेगी। कार्यकर्ता विधानसभा का घेराव करेंगे। पार्टी के सभी प्रकोष्ठ वरिष्ठ नेता पूर्व जनप्रतिनिधि समेत बड़ी संख्या में जोगी कांग्रेस के सिपाही आंदोलन में हिस्सा लेंगे।
विनोद तिवारी ने बताया कि प्रदेश की जनता ने भाजपा सरकार को पांच वर्ष के लिए चुना था। लेकिन तीन सालों में जनता प्रदेश सरकार से तंग आ चुकी है। प्रदेश में हाहाकार की स्थिति है।सत्ता छोड़ो आंदोलन के तहत विधानसभा घेराव कर युवा छजकां सरकार को चेतावनी देगी। तिवारी ने कहा कि यदि सरकार सत्ता नहीं छोड़ती है तो प्रदेश की जनता सत्ता जरूर छीन लेगी।
विनोद तिवारी ने कहा कि ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है। सरकार ने अन्नदाताओं को छला है। स्थानीय युवाओं की नौकरी को बाहर बांटा जा रहा है। बीस लाख से ज्यादा बेरोजगार युवा भटक रहे हैं। दिव्यांग योगेश साहू, राजेंद्र तिवारी और सतीश कुमार नवरंग जैसे जनहित में आवाज़ उठाने वाले युवा साथियों की प्रशासनिक हत्या की गयी। कमर तोड़ महंगाई और बढ़ते अपराध ने आम जनजीवन को अस्तव्यस्त कर दिया है। महिलाओं का जीना दूभर हो गया है।
स्थानीय उद्योग बीमार हैं। व्यापारी वर्ग टैक्स आतंकवाद से परेशान है। सरकार के कुशासन से प्रदेश का दलित और आदिवासी वर्ग त्राहि त्राहि कर रहा है। फर्जी मुठभेड़ कर निर्दोष लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। प्रदेश के लाखों मजदूरों को अब तक मनरेगा का भुगतान नहीं किया गया है।जमीन अधिग्रहण से प्रभावित लाखों लोगों को उचित मुआवजा नहीं दिया गया है। तिवारी ने कहा कि बेलगाम हठी अधिकारीयों और अड़ियल मंत्रियों को छोड़ रमन सरकार से प्रदेश का कोई वर्ग खुश नहीं है।
तिवारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार दिल्ली के इशारे पर चलती है। पोलावरम परियोजना पर छत्तीसगढ़ में आज तक एक भी जनसुनवाई नहीं हुई। 45 हज़ार परिवारों का जीवन खतरे में है। लेकिन प्रदेश के मुखिया ने आज तक आपत्ति दर्ज नहीं कराई है।
युवा छजकां अध्यक्ष विनोद तिवारी ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और युवा छजकां जनता के अधिकारों की लड़ाई लड़ रही है। प्रदेश में सरकार विरोधी लहर है। युवा छजकां 16 नवंबर को विधानसभा घेराव कर सरकार से सत्ता छोड़ने को कहेगी। तिवारी ने कहा कि घेराव लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण रहेगा। पुलिस और प्रशासन को चेतावनी देते हुए विनोद ने कहा कि यदि छजकां के कार्यकर्ताओं के साथ अलोकतांत्रिक हथकंडे अपनाया गया तो जनाक्रोश भड़केगा इसके बाद परिणाम की जिम्मेदारी सरकार की होगी।