प्रदेश के डॉक्टरों का पंजीयन अनिवार्य रूप से हो-चंद्राकर

Shri Mi
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2977_0रायपुर।स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अजय चंद्राकर ने बुधवार को छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य परिषदों की बैठक ली।स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति की विस्तृत जानकारी प्राप्त की।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में एच.आई.व्ही. एड्स से पीड़ित मरीजों को शासन के विभिन्न योजनाओं से हर संभव मदद किया जाए।चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जिन क्षेत्रों में एचआईव्ही के मरीजों की संख्या अधिक पाई गई हैं, वहां कार्ययोजना बनाकर एड्स नियंत्रण की दिशा में सार्थक प्रयास किया जाए और संजीवनी कोष, छत्तीसगढ़ राज्य रक्ताधान परिषद, गर्भ धारण पूर्व तथा प्रसूति पूर्व निदान तकनीक (लिंग चयन निषेध) अधिनियम 1994, छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसिल, नर्सिंग काउंसिल, डेंटल काउंसिल, फिजियोथैरेपी काउंसिल और पैरामेडिकल काउंसिल सहित अन्य परिषदों की भी समीक्षा की।

             
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                                       स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्यमंत्री संजीवनी कोष परिषद की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को प्रदेश में संजीवनी कोष के अंतर्गत अधिकृत अस्पतालों में बीमारियों और उनकी इलाज की दर की सूची सूचना पटल में प्रदर्शित करने के निर्देश दिए।चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसिल, प्रदेश में जितने भी डॉक्टर हैं, उनका पंजीयन अनिवार्य रूप से होना चाहिए। इसके अतिरिक्त हर पांच साल में उनका नवीनीकरण होते रहना चाहिए। मेडिकल काउंसिल के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में अब तक छह हजार 878 डॉक्टर पंजीकृत है।

                                  चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ डेंटल काउंसिल, नर्सिंग काउंसिल की भी समीक्षा की। काउंसिलों में नियमों और कार्यों की रूपरेखा में अनुरूपता होनी चाहिए।साथ ही नर्सिंग परिषद बॉडी की सदस्यों की नियुक्ति के लिए जहां निर्वाचन का नियम है, वहां अनिवार्य रूप से निर्वाचन कराने के निर्देश दिए।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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