बिलासपुर…..युथ कांग्रेस बिलासपुर जिला और विधानसभा चुनाव का परिणाम घोषित कर दिया गया है। तीन दिनों तक मतदान के बाद कार्यकर्ताओ ने जिला अध्यक्ष का ताज भावेंद्र गंगोत्री पहनाया है। शिवा नायडू बिलासपुर विधानसभा अध्यक्ष चुने गए है। चुनाव लड़ने वाले सभी प्रतिभागियों को वोट क्रम के अनुसार संगठन में पद मिला है।
कांग्रेस कार्यालय में युथ कांग्रेस का चुनाव परिणाम घषण के बाद ख़त्म हुआ। कार्यकर्ताओ ने मतदान के बाद भकवेंद्र गंगोत्री को जिला अध्यक्ष का ताज पहनाया है। भावेश ने आशीष गोयल पर70 वोटो से जीत हासिल की है। जिला के सभी विधानसभा में हुए चुनाव में आशीष गोयल को कुल 1159 वोट मिले। भावेश गंगोत्री को 1234 हासिल हुए।
भावेश गंगोत्री महेश गंगोत्री के भाई है। मालूम हो कि हरने के बाद आशीष गोयल उपाध्यक्ष होंगे।जिला युथ कांग्रेस में क्रमवार वोट पाने वालो को अन्य तीन उपाध्यक्ष और महासचिव बनाया जायेगा।
चुनाव अधिकारी ने बताया की शिवा नायडू विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया है। शिवा नायडू ने निकटम प्रत्याषी अमित दुबे को 400 वोटो से अध्यक्ष पद पर कब्ज़ा किया।अमित दुबे युथ संगठन में अब उपाध्यक्ष होंगे।
चुनाव अधिकारी ने जिले के 12 में से 9 महासचिवो के नाम का ऐलान किया।मालूम हो की दो महासचिव पदों के लिए किसी ने भी नामांकन दाखिल नहीं किया था। इसलिए केवल 10 महासचिवों का ही चुनाव हुआ। गौरव दुबे.शेख असलम.प्रकाशमणि वैष्णव.हीरालाल यादव.विनय वैद्य.गोपाल दुबे.विनय लहरसन्न.संत सर्वे नाम प्रमुख है।चुनाव अधिकार के अनुसार जिला महासचिब चुनाव में सबसे कम मत संत सर्वे को मिला है।इसलिये उन्हें जिला यूथ मकार्यकारिणी में सचिव की जिम्मेदारी दी जायेगी।
परिणाम खुलने के बाद सभी प्रत्याशियों ने कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव से मिलकर आशीर्वाद लिया। अटल श्रीवास्तव ने कहा की कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता लोक्लान्त्र के मूल्यों से परिचित है।राहुल फार्मूला से युथ शक्ति को लोकतान्त्रिक मूल्यों की जड़ो से जुड़ने अवसर मिला। चुनाव में न किसी जीत और ना ही किसी की हार हुई। राहुल फार्मूला के अनुसार क्रमिक वोटो के आधार पद दिया जाता है। चुनाव शांतिपूर्ण और पारिवारिक वातावरण में हुआ।अब युवा टीम अंतिम व्यक्ति तक भाजपा सरकर करने और कथनी बताएगी।
अटल श्रीवास्तव महामंत्री प्रदेश कांग्रेस छत्तीसगढ़
राहुल फार्मूले से मिला पद
नव निर्वाचित जिला महासचिव गौरव दुबे ने कहा की। युथ कांग्रेस चुनाव में हार नहीं केवल जीत होती है। यदिं चुनाव नहीं होता तो बढे नेता औने चाहेटोंको मानोनित कर देते।लेकिन राहुल फार्मूले में संभव नहीं है।मुझे ख़ुशी है क़ि मैंने चुनाव लड़कर महासचिव पद को हासिल किया।