रायपुर—मरवाही विधायक अमित जोगी ने कहा है कि 11 सितंबर को केंद्रीय जल संसाधन मंत्री के साथ महानदी के मसले पर छत्तीसगढ़ और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों की बैठक का सारा मसौदा वेबसाइट पर जारी किया जाना चाहिए। यह मसला राज्य की जनता के हितों से जुड़ा है। इसलिए जनता को जानने का हक उनके हितों को सरकार कितनी गंभीरता से ले रही है।
जोगी ने कहा कि महानदी के जल को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार की भूमिका काफी संदिग्ध रही है। इसलिए जनता जानना चाहती है कि आखिर दोनों पक्षों के बीच क्या बातें हुईं। इसलिए 11 सितंबर की बैठक के मिनिट्स को वेबसाइट पर जारी किए जाए।
जोगी ने कहा कि केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती की पहल सराहनीय है। उनके पूर्व में उठाए गए कदमों में गंभीरता का अभाव नजर आता रहा है। पोलावरम के मुद्दे पर ओडिशा में दिया गया उनका बयान सबसे बड़ा उदाहरण है। बाद में उन्होने पोलावरम बांध को राष्ट्रीय प्रोजेक्ट घोषित कर दिया।
जोगी ने कहा कि महानदी का मसला छत्तीसगढ़ और ओडिशा के बीच बड़ा मुद्दा है। दोनों राज्यों के किसानों के हितों से जुड़ा मसला है। इसलिए इस मसले में प्रधानमंत्री दखल देने की जरूरत है।
जोगी ने कहा कि राज्य सरकार की पिछली हरकतों से जनता ठगी हुई महसूस कर रही है। इसलिए राज्य सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि महानदी पर मसले पर कहीं भी द्विपक्षीय बैठक होती है तो उसकी जानकारी सार्वजनिक करे।