रायपुर। मनरेगा और महिला एवं बाल विकास विभाग के एकीकृत बाल विकास योजना के परस्पर तालमेल से प्रदेश भर में शासकीय आंगनबाड़ी भवन विहिन ग्राम पंचायतों में तीन हजार 691 आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण की स्वीकृति दी जा चुकी है। यह स्वीकृति वर्ष 2015-16 और 2016-17 में जारी की गई है। गांवों में बनने वाली इन आंगनबाड़ी भवनों को शहरों में चलने वाले प्ले स्कूल का लुक दिया जा रहा है, ताकि अधिकाधिक बच्चों का आंगनबाड़ी केन्द्रों की ओर रुझान बढ सके। आंगनबाड़ी भवनों की बाहरी दीवारों को हिन्दी वर्णमाला के अक्षर, अंग्रेजी वर्णमाला के लैटर और कार्टून करैक्टरों को बड़े ही आकर्षक ढंग से रंगकर सजाया जा रहा है। इसके साथ ही पक्षी, फल, सब्जी और जानवर इत्यादि का नाम समेत चित्रण किया जा रहा है।
विभागीय समीक्षाा बैठक में मंत्री अजय चंद्राकर ने ग्रामीण क्षेत्रों में प्ले स्कूल की भाँति बन रहे आंगनबाड़ी भवनों को वर्तमान समय की आवश्यकता बताते हुये कहा है कि बच्चों में रंगों और चित्रकारी के प्रति स्वाभाविक रुप से आकर्षण होता है। इसलिए महात्मा गांधी नरेगा के अभिसरण से बन रहे आंगनबाड़ी भवनों को प्ले स्कूल का रुप दिया जाए। इससे अधिक से अधिक बच्चे आंगनबाड़ी केन्द्रों में आयेंगे और उन्हें पोषण के साथ-साथ अक्षर ज्ञान भी प्राप्त होगा।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि महात्मा गांधी नरेगा और महिला एवं बाल विकास विभाग के एकीकृत बाल विकास योजना के परस्पर तालमेल(अभिसरण) से वर्ष 2015-16 में माह अगस्त की स्थिति में 113 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण हो चुका है और दो हजार 459 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण कार्य प्रगति पर हैं।
अधिकारियों ने बताया कि एक आंगनबाड़ी भवन के निर्माण में मनरेगा से पांच लाख रुपये और एकीकृत बाल विकास योजना से एक लाख 45 हजार रूपए इस तरह कुल छह लाख 45 हजार रूपए की लागत से आंगनबाड़ी भवन का निर्माण हो रहा है। अब तक लगभग 15 करोड़ 17 लाख रुपये खर्च किए चुके हैं।
जिलेवार स्वीकृत आंगनबाड़ी भवनों की संख्या पर गौर करें तो, 16 अगस्त 2016 की स्थिति में जिला-बालोद में 175, बलौदाबाजार-भाटापारा में 62, बलरामपुर-रामानुजगंज में 314, बस्तर में 199, बेमेतरा में 128, बीजापुर में 96, बिलासपुर में 247, धमतरी में 24, दुर्ग में 118, गरियाबंद में 108, जांजगीर चाम्पा में 73, जशपुर में 130, कांकेर में 173, कबीरधाम में 62, कोण्डागांव में 179, कोरबा में 136, कोरिया में 17, महासमुन्द में 17, मुंगेली में 98, नारायणपुर में 64, रायगढ़ में 352, रायपुर में 37, राजनांदगांव में 186, सुकमा में 178, सूरजपुर में 266 और सरगुजा में 252 आंगनबाड़ी भवन स्वीकृत किए गए है।