अपराधियों मे पुलिस का खौफ ज़रूरी-रमन

Shri Mi
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meet_igस्मार्ट पुलिसिंग की जरूरत पर दिया जोर
वर्तमान पुलिसिंग व्यवस्था पर सुधार की ज़रूरत

रायपुर।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बुधवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित राज्यों के पुलिस महानिरीक्षकों और जिला पुलिस अधीक्षकों की संयुक्त बैठक में प्रदेश की कानून व्यवस्था की विस्तार से समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता में शांति और सुरक्षा का एहसास बढ़ाना, अपराधियों में खौफ बनाए रखना और आम नागरिकों की उम्मीदों पर खरा उतरना पुलिस की पहली जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस निश्चित रूप से अपने कर्तव्यों के प्रति सजग है, नक्सल मोर्चे पर भी हमारी पुलिस के जवान और अधिकारी बड़ी बहादुरी से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं और उन्होंने कई सफलताएं भी हासिल की हैं, लेकिन प्रदेश में समग्र रूप से वर्तमान पुलिसिंग व्यवस्था को और भी अधिक सुचारू बनाने के लिए इसमें काफी सुधार की भी जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले वर्ष 2015 में चिटफंड कम्पनियों के अवैधानिक कारोबार पर रोक लगाने के लिए कानून बनाया है, जिसका कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए।

                                            मुख्यमंत्री ने स्मार्ट पुलिसिंग की जरूरत पर विशेष रूप से बल दिया और कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी द्वारा देश में स्मार्ट पुलिसिंग के लिए पिछले वर्ष दिसम्बर माह में कच्छ में आयोजित राज्यों के पुलिस महानिदेशकों के राष्ट्रीय सम्मेलन में 36 सूत्रीय दिशा-निर्देश दिए गए थे।सीएम ने राज्य स्तरीय बैठक में पुलिस को मानवीय दृष्टिकोण से जनता के प्रति संवेदनशील बनने और इसके साथ ही अपराधों की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाने के भी निर्देश दिए।

                                         बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष स्मार्ट पुलिसिंग की अवधारणा पर प्रस्तुतिकरण दिया गया।सीएम ने कहा कि स्मार्ट पुलिसिंग में प्रधानमंत्री ने पुलिस के आधुनिकीकरण के साथ-साथ सतर्कता, जवाबदेही, विश्वसनीयता और जिम्मेदारी जैसे विषयों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है।

                                    मुख्यमंत्री ने आज की बैठक में चिटफंड कम्पनियों की गैर कानूनी गतिविधियों पर लगाम कसने तथा मानव तस्करी जैसे गंभीर अपराधों पर तत्परता से रोक लगाने के भी निर्देश दिए। डॉ. रमन सिंह ने मानव तस्करी जैसे अपराधों की रोकथाम के लिए भी पुलिस को और भी ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है। बैठक में रायपुर के पुलिस अधीक्षक ने राज्य में मानव तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने बताया कि अभियान के लिए जन सहयोग भी लिया जा रहा है। बालोद के पुलिस अधीक्षक ने चिटफंड कम्पनियों पर लगाम कसने के लिए जिले में पुलिस द्वारा किए जा रहे उपायों पर अपना प्रस्तुतिकरण दिया।

                                        बैठक में प्रदेश के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा, गृह विभाग के संसदीय सचिव लाभचंद बाफना, प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव विवेक ढांड, पुलिस महानिदेशक ए.एन. उपाध्याय, गृह विभाग के प्रमुख सचिव बी.व्ही.आर. सुब्रमण्यम, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह, सचिव सुबोध कुमार सिंह, जनसम्पर्क विभाग के सचिव संतोष मिश्रा और राज्य पुलिस मुख्यालय के सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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