रायपुर। महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव सोनमणि बोरा ने मंगलवार को मंदिर हसौद परियोजना की आंगनबाड़ी केंद्र नवागांव का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने किशोरी बालिकाओं को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश देते हुए इस वर्ष रक्षाबंधन के त्यौहार में सभी बेटियों के द्वारा यह संदेश जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प दिलाया। बोरा ने आंगनबाड़ी केंद्र में संचालित महतारी जतन योजना का अवलोकन किया और महिलाओं के साथ बैठकर योजना के तहत प्रदाय की जा रही भोजन भी ग्रहण किया। गर्भवती महिलाओं नेे बोरा को जानकारी दी कि उन्हें आंगनबाड़ी केन्द्र में प्रतिदिन महतारी जतन योजना के तहत गुणवत्तायुक्त भोजन प्राप्त हो रहा है। निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी केंद्र में पौधारोपण भी किया गया। पौधों की सुरक्षा के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आवश्यक निर्देश दिए गये।
सचिव ने आंगनबाड़ी केंद्र नवागांव के निरीक्षण के एक दिन पहले ग्राम कयाबंधा के आंगनबाड़ी केंद्र का भी निरीक्षण किया था। वे यहां भी जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में वृक्षारोपण किया। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रदेश के सभी 50 हजार 311 आंगनबाड़ी केंद्रों में दो-दो पौधे लगाए जाने के लक्ष्य निर्धारित किये गये थे। इस लक्ष्य को जनसहयोग से सफलता पूर्वक पूरा किया गया। बोरा ने जानकारी दी कि प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में नीम तथा मुनगा के पौधे लगाए जा रहे है, जो पर्यावरण की सुरक्षा के साथ-साथ कुपोषण को दूर करने में भी मददगार होगा।
निरीक्षण के दौरान कयाबंधा के ग्रामीणों द्वारा जानकारी दी गई कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका ने केंद्र में स्वयं के व्यय से गैस चूल्हा क्रय किया गया है। इससे बच्चों को धुआंरहित वातावरण में भोजन कराने में मदद मिल रही है। जनपद सदस्य चुन्नू लाल कोशले एवं सरपंच निरंजन साहू ने बताया कि पर्यवेक्षक सुश्री आशा पात्रे समय-समय पर आंगनबाड़ी केद्रों का निरीक्षण कर विभागीय योजनाओं को सफल बनाने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
जनप्रतिनिधियों की अनुशंसा पर बोरा ने सेक्टर पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को प्रशस्ति पत्र दिए जाने के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिया। मंदिर हसौद परियोजना पर्यवेक्षकों द्वारा टीम भावना से कार्य करने पर उनके कार्याें की सराहना की।