बिलासपुर— मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह की छवि को नुकसान पहुंचाने के खिलाफ सुशांत शुक्ला की शिकायत की जांच सीएसपी करेंगे। बिलासपुर पुलिस कप्तान ने सीएसपी को जांच का आदेश दिया है। सुशांत शुक्ला ने एक दिन पहले सिविल लाइन थाने में शिकायत की थी कि छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के नेताओं ने लोकसेवक मुख्यमंत्री के छवि को दो और तीन अगस्त को एक कार्यक्रम के दौरान हानि पहुंचाने का प्रयास किया है। शुक्ला ने मुख्यमंत्री अजीत जोगी और मरवाही विधायक अमित जोगी समेत तीन अन्य लोगों के खिलाफ तीन अगस्त् को लिखित शिकायत कर आईपीसी की धारा 469 के तहत मामला दर्ज करने की मांग की थी।
मालूम हो कि दो अगस्त को लालबहादुर शास्त्री मैदान में मरवाही विधायक अमित जोगी ने डमी नोट का वितरण किया था। नोट में मुख्यमंत्री रमन सिंह की फोटो के अलावा एक लाख करोड़ लिखा गया था। तीन अगस्त को अजीत जोगी की अगुवाई में प्रदेश स्तरीय जेल भरो आंदोलन चलाया गया। बिलासपुर में जेल भरो आंदोलन का नेतृत्व मरवाही विधायक अमित जोगी ने किया। कार्यक्रम के दौरान नेहरू चौक में मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ बैनर पोस्टर भी लगाए गए। सुशांत शुक्ला का आरोप है कि बैनर और पोस्टर में मुख्यमंत्री के खिलाफ ऐसे जुमलों का प्रयोग किया गया है जिससे जाहिर होता है कि छजक नेता मुख्यमंत्री की छवि को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।
सुशांत शुक्ला ने बताया कि हमने मामले को गंंभीरता से लेते हुए सिविल लाइन थाना पहुुंचकरआईपीसी की धारा 469 के तहत शिकायत की है। शुक्ला के अनुसार मुख्यमंत्री प्रदेश के प्रथम लोकसेवक होते हैं। उनके खिलाफ छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के नेताओं ने जानबूझकर छवि को नुकसान पहुंचाने का ष़ड़यंत्र किया है। दो अगस्त को भी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के नेता अमित जोगी ने डमी नोट पर मुख्यमंत्री की फोटो और एक लाख करोड़ लिखकर छवि धूमिल करने का काम किया है। इससे लोकसेवक की गरिमा को ठेस पहुंची है।
सुशांत के अनुसार हमने सिविल पुलिस थाना प्रभारी से लिखित शिकायत कर बताया है कि तीन अगस्त को जेल भरों आंदोलन के दौरान मुख्यमंत्री के खिलाफ ना केवल पोस्टर छपवाया गया। बल्कि पोस्टर में मुख्यमंत्री की छवि को प्रभावित करने वाले वाक्य भी लिखे गये हैं। समय रहते सारे द्स्तावेजों को जब्त किया जाए। सुशांत के अनुसार में हमने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी,मरवाही विधायक अमित जोगी.कांग्रेस पार्षद शहजादी कुरैशी समेत दो अन्य लोगोंं के खिलाफ आईपीसी की धारा 469 के तहत कार्रवाई की मांग की है। शिकायत पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
जांच का आदेश
सीजी वाल से फोन पर बातचीत के दौरान पुलिस कप्तान ने बताया कि सिविल लाइन थाने में सुशांत शुक्ला ने लोकसेवक के अपमान मामले में लिखित शिकायत की है। चूंकि मामला कानूनी और संवेदनशील है। इसकी जांच की जाएगी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच का आदेश दिया है। जांच के बाद आवश्यक कदम उठाया जाएगा। अपमान किए जाने वाले आवश्यक दस्तावेजों को पेश करने को भी कहा गया है।
मयंक श्रीवास्तव..पुलिस कप्तान बिलासपुर