बिलासपुर—इत्तफाक कहें या रणनीति…चार जून को पूर्व केन्द्रीय मंत्री ड़ॉ चरणदास महंत मरवाही विधाससभा के कोटमी गांव जाएंगे। पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांग्रेसियों से मिलकर मिजाजपूर्सी करेंगे। चार जून मतलब ठीक दो दिन बाद 6 जून को कोटमी में अजीत जोगी नई पार्टी का एलान करने वाले हैं….। जोगी अपने हजारों समर्थकों के साथ चुनाव चिन्ह…झण्डा…स्लोगन पर रायशुमारी करेंगे। हो सकता है…डॉ चरणदास महंत का रूटीन टूर हो….। लेकिन राजनीति के गलियारे में चहलकदमी करने वाले लोग…डॉ.महंत के दौरे को बड़ी गंभीरता से ले रहे हैं।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ.चरणदास महंत चार जून को मरवाही विधानसभा के कोटमी गांव का दौरा करने वाले हैं। चरणदास का कोटमी दौरा राजनीति में बहुत मायने रखता है। जानकारी के अनुसार महंत अपने समर्थकों से मिलने समर्थकों के साथ कोटमी के अलावा पेन्ड्रा, गौरेला का दौरा कर कांग्रेस पदाधिकारियों से रूबरू होगे। मेल मिलाप के बाद महंत अमरकंटक रवाना हो जाएंगे। कयास लगाया जा रहा है कि महंत का दौरा कांग्रेस की सोची समझी रणनीति का हिस्सा है।
जानकारों के अनुसार महंत का दौरा स्थानीय कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को जोगी के प्रभाव से बचाने के लिए बुना गया है। चूंकि मरवाही क्षेत्र कोरबा लोकसभा का हिस्सा है..कांग्रेस… महंत को कोटमी भेजकर जोगी के प्रभाव को कम करना चाहती है। संभावना जताई जा रही है कि क्षेत्र के कई कांग्रेसी नेता जोगी की नई पार्टी में शामिल हो सकते हैं। इस बात के मद्देनजर डॉ.महंत को कांग्रेसियों के मनोबल बढाने और ब्रेन वाश से बचाने कोटमी भेजा जा रहा है।
जोगी फोबिया से बचाने चरणदास महंत का आकस्मिक कोटमी दौरा कितना कारगर साबित होगा..6 जून के बाद ही पता चलेगा। लोगों की माने तो कांग्रेस ने जोगी को हल्के में नहीं लेने की भूल को गंभीरता से लिया है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री मरवाही विधानसभा के सभी कांग्रेसियों से मिलने के बाद अमरकंटक के रास्ते पूर्व केन्द्रीय मंत्री दलबीर सिंह के घर राजेन्द्रग्राम जाएंगे। परिजनों से मुलाकात कर पूर्व लोकसभा सांसद राजेश नंदिनी की आकस्मिक निधन पर संवेदना जाहिर करेंगे।