रायपुर। राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ में संचालित सक्षम योजना के तहत 1354 महिलाओं को रोजगार मूलक कारोबार के लिए आठ करोड़ चार लाख रूपए का लोन बांटा गया। राज्य में सक्षम योजना का संचालन छत्तीसगढ़ महिला कोष के तहत वर्ष 2009-10 से किया जा रहा है। योजना में दिये गए लोन से से महिलाएं राशन की दुकान, कपड़े की दुकान, सिलाई-कढ़ाई, ब्यूटी पार्लर जैसे आय मूलक गतिविधियों से जुड़ी हुई हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि वर्ष 2009-10 में 67 महिलाओं को 45 लाख 30 हजार रूपए, वर्ष 2010-11 में 162 महिलाओं को 90 लाख रूपए, वर्ष 2011-12 में 190 महिलाओं को एक करोड़ नौ लाख 95 हजार रूपए, वर्ष 2012-13 में 230 महिलाओं को एक करोड़ 31 लाख 45 हजार रूपए, वर्ष 2013-14 में 168 महिलाओं को 90 लाख 15 हजार रूपए, वर्ष 2014-15 में 191 महिलाओं को एक करोड़ 20 लाख 70 हजार रूपए और वर्ष 2015-16 में मार्च 2016 तक 346 महिलाओं को दो करोड़ 16 लाख 45 हजार रूपए ऋण प्रदान किए गए।
सक्षम योजना में ऐसी महिलाएं जिनके पति की मृत्यु हो चुकी है अथवा कानूनी तौर पर तलाकशुदा या 35 से 45 आयु वर्ग की अविवाहित महिलाओं को शामिल किया गया है। योजना में व्यवसाय शुरू करने के लिए 6.5 प्रतिशत साधारण वार्षिक ब्याज दर पर आसान शर्तों पर एक लाख रूपए तक ऋण दिया जाता है। योजना में ऋण स्वीकृति के अधिकार जिला स्तर पर प्रदान किए गए हैं।