बिलासपुर–कलेक्टर अनबलगन पी. के आश्वासन के बाद समाज सेवक विजय दुबे ने अनशन तो़ड़ दिया है। विजय दुबे ने कलेक्टर से हेलमेट की अनिवार्यता को शिथिल करने की मांग की है। विजय ने कलेक्टर के विशेष दूत तहसीलदार नरेन्द्र बंजारे से कहा कि हेलमेट की अनिवार्यता केवल शहर के बाहर हो। हेलमेट के बिना पेट्रोल नहीं दिये जाने का नियम शराब पर भी लागू हो। कलेक्टर से आश्वासन के बाद प्रियदर्शिनी समाज सेवा समिति के अध्यक्ष विजय दुबे ने कहा कि यदि उनकी मांग को गंभीरता से नहीं लिया जाता है तो फिर से आमरण अनशन पर बैठेंगे।
प्रियदर्शिनी समाज सेवा समिति के अध्यक्ष विजय दुबे ने दो दिनों बाद कलेक्टर के अाग्रह पर आमरण अनशन खत्म कर दिया है। मालूम हो कि विजय दुबे पिछले दो दिनों से हेलमेट की अनिवार्यता को लेकर नेहरू चौक पर आमरण अनशन पर थे। आमरण अनशन पर जाने से पहले विजय ने प्रशासन से नगर निगम सीमा के भीतर हेलमेट लगाए जाने का विरोध किया था।
कलेक्टर के आदेश पर धरना स्थल पर पहुंचे तहसीलदार नरेन्द्र बंजारे से विजय ने कहा कि प्रशासन हेलमेट नही तो पेट्रोल नही के नियम को शराब भी लागू करे। उन्होने बंजारे से बताया कि नगर सीमा के भीतर हेलमेट की अनिवार्यता को खत्म किया जाए। बिना हेलमेट गाड़ी चलाने वालों से पांच सौ की वजाय तीन सौ रूपए जुर्माना लगाया जाए।
जिला कलेक्टर अनबलगन पी ने मंगलवार को तहसीलदार नरेन्द्र बंजारे को आदेश दिया था कि गर्मी ज्यादा है। विजय दुबे को अनशन खत्म करने को कहा जाए। कलेक्टर से आदेश के बाद तहसीलदार नरेन्द्र बंजारे विजय दुबे मिले। उन्होने अनशन खत्म करने को कहा। विजय दुबे के लिखित निवेदन को राज्य शासन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। आश्वासन के बाद विजय को जूस पिलाकर नरेन्द्र बंजारा ने अनशन तोड़वाया।
विजय दुबे ने कलेक्टर के विशेष दूत तहसीलदार नरेन्द्र बंजारा को बताया कि एक माह के भीतर उनकी मांग को गंभीरता से नहीं लिया गया तो वे फिर से आमरण अनशन पर बैठेंगे। प्रियदर्शिनी समाज सेवा समिति के अध्यक्ष विजय दुबे के अनशन को पूर्व शहर अध्यक्ष रविन्द्र सिंह, पूर्व कार्यकारी जिला शहर कमेटी अध्यक्ष अनिल टाह, मारग्रेट बेंजामिन, डा तरू तिवारी , ब्रजेश सिंह , अजीत सिंह लूथरा पूर्व उपाध्यक्ष शहर कांग्रेस, श्याममूरत कौशिक,अजरा खान, सावित्री सोनी, राजेश पाण्डेय पूर्व महापौर, रामशरण यादव, शिवा मिश्रा, चन्द्रहास शर्मा, रामलोचन रजक, दिलीप अग्रवाल राजेश सूर्यवंशी ने समर्थन दिया।
मालूम हो कि पूर्व में भी हेलमेट की अनिवार्यता को निगम की सीमा के बाहर लागू किए जाने की मांग को लेकर प्रियदर्शिनी समाज सेवा समिति के अध्यक्ष दोनो हाथों में तख्ती लेकर कलेक्ट्रेट के सामने एक सप्ताह तक विरोध प्रदर्शन किया था। प्रशासन की उदासीनता को देखते हुए उन्होने नेहरू चौक में दो दिनों तक आमरण अनशन किया।