चूहे खा गए आंख और गुप्तांग..परिजनों का हंगामा

BHASKAR MISHRA
3 Min Read

CIMS MORTURY 002बिलासपुर—सिम्स मरच्युरी में शव की एक आंख और गुप्त अंगो को निकालने का मामला सामने आया है। मृतक के परिजनो ने आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा मचाया है। परिजनों का आरोप है कि मरच्यूरी में मृतक के शरीर से अंग गायब हैं। हंगामे की खबर मिलते ही सिम्स प्रबंधन ने जांच का आश्वासन देकर किसी तरह हंंगामे को शांत किया। सिम्स प्रभारी आधीक्षक के अनुसार अँग को शायद चृूहों ने काटा है। शव को सुरक्षित रखने की जवाबदारी फारेंसिक डिपार्टमेंट की है। तो दूसरी तरफ फारेंसिक चिकित्सक प्रभारी ने सिम्स अधीक्षक पर शव को सुरक्षित नहीं रखने का आरोप लगाया है।

             
Join Whatsapp Groupयहाँ क्लिक करे

                      जबड़ापारा निवासी सोनउ सिंह ठाकुर पिता शम्भू सिंह ठाकुर उम्र 30 की रविवार को भांचा संजय ठाकुर के साथ बारात में कुदुदंड गया था। शाम करीब 7 बजे युवक वापस अपने घर जबड़ापारा आ गया। कुछ देर बाद ही उसकी हालत बिगड़ गयी। परिजन ने उसे आनन फानन में सिम्स में लेकर निकले लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। प्राथमिक कार्रवाई के बाद शव को सिम्स मरच्युरी में रखा गया। सुबह परिजन शव पोस्टमार्टम के लिए सिम्स पहुंचे। इसी दौरान परिजनों ने देखा की शव की एक आंख और गुप्तांग गायब है। परिजन और मोहल्ले के लोग भड़क गये और मरच्युरी के बाहर हंगामा मचाना शुरू कर दिया।

                        परिजनों ने अनुसार शव की एक आंख किसी ने निकाल ली है। गुप्तांग से भी छेड़छाड़ किया गया है। घटना की सूचना मिलते ही सिम्स चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर रविकांत दास मौके पर पहुंचे और मामले की जांच कराने की बात कही। परिजनो को पोस्टमार्टम रूम में लेजाकर ऑख और गुप्तागंगो की जांच कर दिखाया। तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ। अधीक्षक रविकांत दास ने बताया कि ऑख के पास जानवारों के काटे जाने के निशान हैं। शव भेजने की जवाबदारी सिम्स चिकित्लायल की होती है। शव को मरच्युरी में सुरक्षित रखने के काम फारेसिंक विभाग है।

                              दास न कहा कि चूहों पर हमारा कोई बश नहीं है। लेकिन शव को सुरक्षित रखने के लिए प्रयास जरूर किया जाएगा। चूंकी फारेसिंक विभाग डीन के अण्डर होता है और डीन के निर्देश के बाद ही जांच का आदेश दिया जा सकता है।

                दास के बयान के बाद फारेसिंक विभाग प्रमुख सावन मंड्री ने बताया कि शव को मरच्युरी में रखने का काम हमारा है। सुरक्षा की जिम्मेदारी सिम्स अधीक्षक की होती है। आज भी एक लवारिश शव को चुहो ने काटा है। शव के ऑख के पास चोट के निशान है।

                      बहरहाल इतना तो तय है कि अब मरने के बाद भी किसी को राहत नहीं है। दोनो ही घटनाओ ने इस बात को साबित किया है कि डाक्टरों का ही नहीं बल्कि चूहो का भी आंतक है। मरच्यूरी में शव सुरक्षित नही हैं।

close