जेएनयू मसले पर कांग्रेस पर भाजपा का वार

BHASKAR MISHRA
5 Min Read

IMG_20160220_163203बिलासपुर– जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय घटनाक्रम में  आज जिला भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने नेहरू चौक पर भाषणवाजी और धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान नेताओं ने कांग्रेस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। राहलु गांधी के बयान पर चिंता जाहिर की। भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर दागते हुए कहा कि उन्हें बताना होगा कि राहुल गांधी राष्ट्रविरोधी तत्वों के साथ है या फिर देश की 125 करोड़ की जनता के साथ। इस दौरान जिला भाजपा के सभी पदाधिकारी समेत सांसद,महापौर,पार्षद और कार्यकर्ता उपस्थित थे।

Join Our WhatsApp Group Join Now

                           जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय मामले में राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के खिलाफ आज भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने नेहरू चौक पर आम धरना प्रदर्शन किया। इस मौके पर सांसद लखनलाल साहू,महापौर किशोर राय,जिला भाजपा अध्यक्ष रजनीश सिंह, राजा पाण्डेय,महामंत्री रामदेव कुमावत,एल्डरमेन मनीष अग्रवाल,पार्षद उमेश कुमार,घनश्याम कौशिक और अन्य नेताओं ने कांग्रेस की गतिविधियों को लेकर जमकर बयानबाजी की। उपस्थित नेताओ ने बारी बारी से संबोधित करते हुए कहा कि जेएनयू मामला अभी जांच का विषय है। कुछ विरोधी ताकतें देश में शांति के वातावरण को वोट और अपने स्वार्थ के लिए भंग करना चाहते हैं।

                       भाजपा नेताओं ने कहा कि जवाहर लाल विश्वविद्यालय में जो कुछ हुआ उससे देश का हर नागरिक शर्मिंदा है। देश के सबसे प्रतिष्ठित शिक्षा मंदिर को राजनीति का अखाड़ा बनाने का काम कांग्रेस के नेताओं ने किया है। कन्हैया की गिरफ्तारी पूछताछ के लिए हुई है। यदि वह दोषी नहीं है उसे न्याय मिलेगा। लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी की बयान बाजी से देश के स्वाभिमान को अघात पहुंचा है। कांग्रेस को स्पष्ट करना होगा कि आखिर वे  राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों को बढ़ावा क्यों देना चाहते हैं।

                 भाजपा नेताओं ने अपने संबोधन में कहा कि राहुल गांधी के बयान के बाद आंतकियों शह मिला है। लेकिन यह बताना चाहेंगे कि देश के दुश्मनों को नहीं छोड़ा जाएगा। नेताओं ने बताया कि यह सच है कि अभिव्यक्ति का सभी को अधिकार है। लेकिन किसी को अधिकार नहीं है कि राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों को खुला छोड़ दिया जाए। यदि कन्हैया राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल नहीं है तो कानून उसके साथ है। नेताओं ने कांग्रेस और वामपंथियों पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या उन्हें नहीं पता कि जेएनयू में कश्मीर और देश के खिलाफ नारेबाजी की गयी है। उस समय कन्हैया भी वहीं था। बावजूद इसके कांग्रेस सस्ती राजनीति का सहारा लेकर आंतंकी गतिविधियों से जुड़े लोगों का समर्थन कर रही हैं। इससे बड़ा दुर्भाग्य देश के लिए और क्या हो सकता है कि उसके नेता को राष्ट्रद्रोह और राष्ट्रभक्ति में अंतर नहीं मालूम । जनता सब देख रही है। कांग्रेस को इसका खामियाजा भुगतना ही होगा।

                               इस मौके पर नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार ने सभी विश्वविद्यालयों में तिरंगा फहराने का आदेश दिया है। कुछ नेताओं को इस आदेश में  आरएसएस का हाथ दिखाई देता है। भाजपाइयों ने कहा कि आरएसएस का सरकार से कोई लेना देना नहीं है। राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के खिलाफ यदि आरएसएस कुछ कहता है और देश की एकता अखण्ता के लिए जरूरी है तो ना केवल भारतीय जनता पार्टी देश का एक एक नागरिक ऐसे विचारधारा का सम्मान करती है।

                          भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष राजा पाण्डेय ने कहा कि आज हम जो भी है वह भारत माता के आर्शिवाद के कारण है। हमारा रोम.रोम भारत माता का ऋणी है। कोई भी व्यक्ति या राजनीतिक दल हमारी भारत माता की ओर ऑख उठाकर भी देखेगा तो हम उसका भारत में जीना मुहाल कर देंगे। उन्होंने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय की घटना की निंदा की तथा इसके लिए मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदम की प्रशंसा की।

इस मौके पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष स्नेहलता शर्माए जिला मंत्री विजयधर दीवानए मनीष अग्रवालए नंद कुमार पाण्डेयए प्रबीर सेनए प्रवीण दुबेए नरेन्द्र कछवाहाए उमेशचंद्र कुमारए प्रदीप तिवारीए उमाशंकर जायसवाल ने भी धरने को संबोधित किया। धरना स्थल पर भाजपा नेता प्रवीण दुबे,विजय ताम्रकार,राजेश तम्बोली,प्रवीण शर्मा समेत कई दिग्गज नेता उपस्थित थे।

स्थानीय नेताओं का टोंटा

              कार्यक्रम में शहर के कम बिल्हा,बेलतरा,मस्तूरी,कोटा के नेताओं की ज्यादा भीड़ देखने को मिली। शहर सात मण्डलों में से केवल तीन मणड्ल के अध्यक्ष और कार्यकर्ता ही दिखाई दिये। 38 में से कुछ गिनती के ही पार्षद आम धरना प्रदर्शन में नजर आए। महापौर की उपस्थिति और ज्यादातर पार्षदों की अनुपस्थित इस दौरान चर्चा का विषय रहा।

close