रायपुर—-पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के राजनैतिक सचिव अशोक शर्मा ने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव के चर्चित बयान के खिलाफ कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखकर अवगत कराया गया है। अशोक शर्मा ने बताया कि टीएस सिंहदेव के बयान से कांग्रेस का मनोबल गिरा है। अशोक शर्मा के अनुसार सरकार की वह कौन सी योजना है जिसे नेता प्रतिपक्ष आने वाले समय में उठाने की बात कह रहे हैं।
शर्मा के अनुसार नेता प्रतिपक्ष ने अंबिकापुर में एक सार्वजनिक मंच से कहा है कि खिलाफ नहीं बोल सकते और गड़बड़ का पूरा ध्यान रखते हैं। आखिर वह गड़बड़ क्या और वे क्यों नहीं बोल सकते..नेता प्रतिपक्ष को बताना जरूरी है। ऐसा नहीं करने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
अशोक शर्मा ने बताया कि राहुल गांधी को एक पत्र प्रेषित कर मिडिया में दिये उनके बयान जो कि अम्बिकापुर में प्रदेश सरकार की एक योजना जिसका वह लाभ आने वाले समय में उठाना चाहेंगे। उस योजना के कार्यक्रम में सार्वजनिक मंच से प्रतिपक्ष की सामंतवादी सोच का परिणाम ही कहा जा सकता है। शर्मा ने कहा कि एक तरफ पार्टी उपाध्यक्ष कांग्रेस की विभिन्न योजनाओं के प्रचार-प्रसार में कांग्रेस जनों के साथ आक्रामक शैली में सरकार का विरोध कर रहे हैं। दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष का कहना कि ‘‘खिलाफ नहीं बोल सकते और गड़बड़ का पूरा ध्यान रखते है,’’। इसे स्प्ष्ट करने की जरूरत है।
जोगी के राजनैतिक सलाहकार शर्मा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने इसके पूर्व विधानसभा के भीतर तथ्य की जानकारी के बिना वक्तव्य और इस्तीफा दिया था। बाद में उन्होंने इस्तीफा वापस भी लिया। इस घटना के बाद उनकी प्रदेश स्तर पर जमकर किरकिरी हुई थी। ऐसी स्थिति में सम्मानित पद पर रहते हुए सार्वजनिक रूप से वक्तव्य दिये जाने से कांग्रेस कहीं न कहीं कमजोर हो रही है। या फीर सोची समझी रणनीति के तहत पार्टी को कमजोर किया जा रहा है। ऐसी परिस्थिति में संगठन की चुप्पी सन्देहजनक है। शर्मा के अनुसार पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी और अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र भेजकर वक्तव्यों और कारगुजारियों से कांग्रेस की छबि को धक्का पहुचाने वालों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।