बिलासपुर। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए हस्तशिल्प को बढ़ावा देना आवश्यक है। इसके लिए शिल्पकारों के हाथ से बनी हुई वस्तुओं को क्रय कर उपयोग में लाएं, इससे उन्हें प्रोत्साहन मिलेगा। नगरीय प्रशासन, उद्योग एवं वाणिज्यिककर मंत्री अमर अग्रवाल ने आज हस्तशिल्प विकास बोर्ड एवं विकास आयुक्त भारत सरकार वस्त्र मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में 2 से 11 जनवरी 2016 तक आयोजित क्राफ्ट बाजार 2016 का शुभारंभ करते हुए उक्त बातें कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर श्री किशोर राय ने की।
नगरीय प्रशासन मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि हमारे देश-प्रदेश के शिल्पियों को अवसर देने के लिए भारत सरकार एवं राज्य सरकार के हस्तशिल्प बोर्ड हस्तशिल्पकारों को प्रोत्साहित करने एवं उन्हें बाजार उपलब्ध कराने के लिए देश भर में प्रदर्शनी आयोजन करती है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने हमारे देश की आर्थिक नीति कैसी हो इस पर चितंन करते हुए कुटीर उद्योग को प्राथमिकता के साथ बढ़ावा देने को कहा था। देश के औद्योगिकीकरण के लिए बड़े उद्योग की भी आवश्यकता होती है। परंतु आम उपभोक्ता की चीजों के लिए कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने से हमारे देश का पैसा ग्रामीण अंचलों तक पहुंचता है। उन्होंने कहा कि हस्तशिल्पकारों द्वारा निर्मित वस्तुएं बड़े शोरूम में ब्रांडेड होकर कई गुना ज्यादा में बिकती है। उन्होंने कहा कि आज ग्रामोद्योग, हथकरघा, हस्तशिल्प और रेशम जैसे उद्योगों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। जिससे अधिक से अधिक ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध होगा। हम अपने घर की सजावट के सामान हस्तशिल्प का खरीदें तो राशि हस्तशिल्पकारों तक सीधे पहुंचेगी।