बिलासपुर।गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में अपरान्ह 3.30 बजे केंद्रीय विश्वविद्यलाय के रूप में उन्नयन के पश्चात प्रथम कुलपति रहे स्वर्गीय डॉ. लक्ष्मण चतुर्वेदी को श्रद्धांजलि अर्पित की।कुलपति प्रोफेसर अंजिला गुप्ता ने स्वर्गीय डॉ. लक्ष्मण चतुर्वेदी के आकस्मिक निधन पर शोक संदेश का वाचन किया। इस अवसर पर प्रशासनिक भवन में कुलसचिव कार्यवाहक प्रोफेसर मनीष श्रीवास्तव ने डॉ. चतुर्वेदी के कार्यकाल के दौरान की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
15 जनवरी 2009 को राज्य से केंद्रीय विश्वविद्यालय में उन्नयन के पश्चात प्रथम कुलपति के रूप में मार्च 2009 में अपने पांच वर्षों के कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण कार्य संपादित किये।
तीन नये शैक्षणिक विभाग वनस्पति शास्त्र, प्राणि शास्त्र और रसायन शास्त्र प्रारंभ किये।शुद्ध एवं अनुप्रयुक्त भौतिकी विभाग के अंतर्गत अंतरविषयी शोध कार्य के लिए 3.0 एमव्ही त्वरक केंद्र की स्थापना की।अकादमिक स्टाफ कॉलेज की स्थापना एवं उसकी अपने भवन का निर्माण कार्य कराया।स्वास्थ्य केंद्र हेतु नये भवन का निर्माण कार्य कराया जिसमें स्वास्थ्य केंद्र संचालित है।विश्वविद्यालय शिक्षण विभाग के प्रथम तल, बालिका छात्रावास के प्रथम तल, बालक छात्रावास के प्रथम तल, वानिकी विभाग हेतु भूतल भवन का भवन निर्माण हुआ।बॉयोटेक्नालॉजी भवन, कैफेटेरिया, अंतर्राष्ट्रीय गेस्ट हाउस, आईटी वर्कशॉप, विश्वविद्यालय परिसर के सड़कों का निर्माण एवं विकास, फुटपाथ निर्माण कराया।विश्वविद्यालय परिसर में जल संग्रहण हेतु परिसर स्थित तीन तालाबों को गहरीकरण किया गया साथ ही तीन एनिकट भी निर्माण कराये।दो नये बालक छात्रावास का निर्माण कार्य प्रारंभ कराया। इसके साथ ही रसायन विभाग एवं प्राणिशास्त्र विभाग के लिये भवनों के लिए निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ।विश्वविद्यालय में नेट परीक्षा के आयोजन हेतु केंद्र की स्थापना हुई। विश्वविद्यालय में IUMS की स्थापना की गई।विश्वविद्यालय हेतु आवंटित भूमि की सुरक्षा तथा उसमें अनाधिकृत अतिक्रमण को रोकने की दिशा में भी आवश्यक पहल करते हुए विश्वविद्यालय के परिक्षेत्र को बाउंड्रीवॉल जो लगभग 8 किलोमीटर लंबी वॉच टावर के साथ निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया जो लगभग पूर्णत: की स्थिति में है।