बिलासपुर/करगीरोड। डॉ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय के स्टूडेंट एआईयू सेंट्रल जोन के इंटर यूनिवर्सिटी युवा महोत्सव कलरव-2015 में शामिल होने झांसी के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय रवाना हो रहे हैं। उत्साह-उमंग और सब कुछ कर गुजरने का जज्बा लिए विवि के विद्यार्थियों व प्राध्यापकों की 30 सदस्यी टीम 17 नवंबर को रवाना होगी। इस दौरान विद्यार्थी देश के 30 विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के बीच छत्तीसगढ़ की लोककला, संस्कृति सहित विभिन्न विशयों पर तैयार किए गए कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे।
हर साल की तरह इस साल भी देश के सेंट्रल जोन में शामिल 30 विवि का इंटर यूनिवर्सिटी युथ फेस्टीवल आयोजित किया गया है। इस युवा उत्सव को युवा महोत्सव कलरव-2015 का नाम दिया गया है जो 19 से 23 नवंबर तक आयोजित है। एआईयू ने यह युवा उत्सव झांसी के बंुदेलखंड विश्वविद्यालय में आयोजित करना तय किया। इसलिए सेंट्रल जोन में आने वाले सभी 30 विश्वविद्यालयों की टीमें झांसी में पहुंच रही है। इसी क्रम में डॉ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय की 30 सदस्यी टीम 17 नवंबर की दोपहर झांसी के बुंदेलखंड विवि के लिए रवाना होगी। इस संबंध में जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय में एआईयू के समन्वयक डॉ.पी.के.नायक ने बताया कि बार 30 सदस्यी टीम में 25 विद्यार्थी और 5 प्राध्यापक शामिल हैं। एआईयू से कार्यक्रम की तारीख तय होने के बाद विद्यार्थियों से कार्यक्रम तैयार कराया गया है। विष्वविद्यालय में बीते 2 माह से प्रेक्टिस की जारी हैं। यहां ग्रुप सांग, इंस्टूमेंटल, ग्रुप डांस, वनएक्ट प्ले,माइंम,रंगोली,पेंटिंग फसोलो डांस, क्ले माडलिंग सहित कई कार्यक्रम तैयार किए गए हैं। इसमें विद्यार्थियों ने अच्छी तैयारी की है। बीते साल यह आयोजन बैरमपुर उड़िया और इसके पूर्व आध्रप्रदेश के वारंगल में आयोजित किया गया था। जिसमें डा.सी.वी.रामन् विवि के विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का परचम लहराया था। इस दौरान कल्चर परेड में सभी वि.वि. से आए विद्यार्थी अपने-अपने क्षेत्र की लोककला का प्रदर्षन करते हुए नजर आए। इस कार्यक्रम में सीवीआरयू के विद्यार्थियो ने छत्तीसगढ़ की लोककला को बखूबी प्रस्तुत किया था। 4 किलोमीटर की कल्चर परेड में सीवीआरयू के विद्यार्थियों राउत नाच में रंग जमाया था। पारंपरिक वेषभूशा से सजे विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ की लोक कला के माध्यम से अपनी प्रतिभा को लोगों के सामने रखा। इसलिए विवि को कल्चर परेड में द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ था। रवाना होने से पहले विवि की प्रभारी कुलपति डॉ. आर.पी.दुबे व कुलसचिव शैलेष पाण्डेय ने पूरी टीम को शुभकामना दी।
सीखना सतत् चलने की प्रक्रिया-कुलसचिव
इस संबंध में विश्वविद्यालय के कुलसचिव शैलेष पाण्डेय ने बताया कि जीवन में हमेश सीखने का उद्देष्य ही होना चाहिए। सीखना सतत् चलने वाली प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया का कभी अंत नहीं होता। यहां के विद्यार्थियों को 30 विवि के विद्यार्थियों के बीच कार्यक्रम देने से सीखने का अवसर मिलता है। इसके साथ ही हम प्रदेश की कला को दुनिया के सामने रखते हैं यह भी हमारे लिए गर्व की बात है। वर्तमान में इस संघ की सदस्यता लगभग 900 है जिनमें अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय संघ,पेरिस,फ्रांस और द एशियन यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स फेडरेशन चीन भी शामिल है। इसलिए प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले युवा उत्सव में प्रतिभागी के रूप में सीवीआरयू के विद्यार्थी जाते है।
छत्तीसगढ़ की लोककला व संस्कृति की झलक
सीवीआरयू के विद्यार्थियों ने एआईयू के युवा उत्सव कलरव 2015 में शामिल होने के लिए विशेष कार्यक्रम तैयार किए हैं, उसमें छत्तीसगढ़ की लोककला और संस्कृति की झलक दिखाई देगी। विद्यार्थियों द्वारा छत्तीसगढ़ की लोककला और संस्कृति को नृत्य और गानें के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा। इसमें छत्तीसगढ़ी पंथी और सरगुजिया कर्मा नृत्य परंपरा को विशेष रूप से बताया गया है। जिससे हमारे छत्तीसगढ़ अंचल के बारे में लोगों को बताया जा सके। देश भक्ति गीत तैयार किया गया है।