बिलासपुर—कोटा ब्लाक के मनरेगा मजदूरों ने कलेक्टर से मजदूरी नहीं मिलने की शिकायत की हैै।मजदूरों ने कलेक्टर से बताया कि दो साल पहले मटसगरा में तालाब गहरीकरण और गौठान समतलीकरण का काम कराया गया लेकिन आज तक भुगतान नहीं किया गया । मजदूरी के लिए सचिव से लेकर जिम्मेदार अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ है।ग्रामीणों ने सचिव और सरपंच पर बृद्दा पेेंशन और मूलभूत राशि में बंदरबांट का भी आरोप लगाया है।
ग्रामीणों ने कलेक्टर को बताया कि दो साल पहले मटसगरा में राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत सडक़ निर्माण और तालाब गहरीकरण का काम किया। भुगतान आज तक नहीं किया गया है। मजदूरी नहीं मिलने से परिवार के सामने भूखे मरने की स्थिति आ गयी है। कलेक्टर अनबलगन पी से ग्रामीणों ने बताया कि सीईओ कोटा के सामने भी गुहार लगाई लेकिन आज किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है।
ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच और सचिव दोनों मिलकर बृद्धा पेंशन राशि में भी धांधली की है। कई लोगों को महीनों से भुगतान नहीं किया गया है। मामले में कई बार सीईओ से शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने सरपंच और सचिव पर वित्तीय वर्ष 2013-14 और 2014-15 में मूलभूत राशि को बंदरबांट करने का भी आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत की मासिक बैठक नहीं होती है। बैठक की मांग करते है तो सरपंच और सचिव मारपीट करने लगते है।
मजदूरों ने बताया कि तालाब निर्माण और गौठान समतलीकरण में दो साल पहले 110 मजदूरों ने काम किया है। कुछ का भुगतान तो कर दिया गया। लेकिन बहुत लोगों का भुगतान आज तक नहीं हुआ। राशि मांगने पर सरपंच, सचिव से लेकर कोटा पंचायत के अधिकारी भी कमीशन मांगते हैं।