बिलासपुर—अधिकारी प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए जनहित के कार्यों के क्रियान्वयन में अपनी भूमिका का बखूबी से निर्वहन करें। जब लोगों की समस्याएं दूर होंगी तो प्रशासन के प्रति जन सामान्य का विश्वास भी बढ़ेगा। संभागायुक्त सोनमणि बोरा ने आज संभाग के जिला कलेक्टरों, मुख्य कार्यापालन अधिकारी जिला पंचायत और विभिन्न विभागों की बैठक के दौरान विकास भवन में ये बातें कहीं।
संभागायुक्त बोरा ने कहा कि अधिकारी अपनी उर्जा का बेहतर उपयोग करें। विभागीय जांच कार्यों की समीक्षा करते हुए वोरा ने कहा कि सभी काम समय पर पूर्ण हो। रोजगार गारंटी योजना की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि रोजगारमूलक कार्यों के साथ ही पौधरोपण, जल संरक्षण के कार्यों को प्राथमिकता दें। आजीविका के साधन रेशम पालन के लिए अर्जुन, साजा, शहतूत के पौधरोपण कराने के लिए कहा। कुपोषण को मिटाने के लिए फलदार पौधरोपण के लिए विशेष जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूलों में जहां तक संभव हो किचन गार्डन विकसित किया जाये।
संभाग के सभी जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों ने महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत् स्वीकृत और संचालित कार्य, कार्यरत श्रमिक के संबंध में जानकारी देते हुए जिले में तैयार किये गये नर्सरियों के संबंध में संभागायुक्त को अवगत कराया। संभागायुक्त ने कहा कि जन्म-मृत्यु और विवाह प्रमाण पत्र का बहुत महत्व होता है। उसे समय पर जारी करें, ताकि लोगों को किसी तरह की दिक्कत न हो। उन्होंने कहा कि संभाग में इस कार्य के लिए संचालित हन्ड्रेड प्लस अभियान को शतप्रतिशत सफल बनाएं।
संभागायुक्त ने सभी कलेक्टरों से जल क्रांति योजना के लिए प्रत्येक जिले में दो-दो गांवों का चयन करने को कहा है। बोरा ने कहा पानी का एक एक बूंद संचय करने की प्रवृत्ति लोगों में आनी चाहिए। उन्होंने इसके लिए आदर्श ग्राम बनाने के लिए विशेष जोर दिया। बोरा ने कहा कि जलक्रांति योजना के तहत् चयनित गांव के लोगों को शिक्षा गुणवत्ता, जनधन योजना, आधार कार्ड और पात्र हितग्राहियों को विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ दिलाएं।
बोरा ने महिला बाल विकास विभाग के समीक्षा के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से बच्चों को दिये जाने वाले पूरक-पोषण आहार, रेडी टू इट की सघन जांच करने के निर्देश दिये। उन्होंने रेडी टू इट बनाने वाले समूहों के कार्यों की सतत् निगरानी रखने के लिए कहा। जानबूझकर गलती करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने का निर्देश दिया। बेहतर कार्य करने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए कहा। इस मौके पर उन्होंने रेडी टू इट के कार्य को समय पर जांच नहीं करने के कारण बिलासपुर के महिला एवं बाल विकास अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
बोरा ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिला स्वास्थ्य समितियों की नियमित बैठक होनी चाहिए। उन्होंने मानसिक रोगियों के लिए भी कार्य करने के लिए विशेष जोर दिया।कलेक्टरों को अपने जिले के जेलों का भी निरीक्षण करने को भी कहा।
संभागायुक्त ने अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग तथा उत्तर क्षेत्र सरगुजा विकास प्राधिकरण के कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने जिला कलेक्टरों से कहा कि पिछले बैठक में मुख्यमंत्री से मिले निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराएं।