बिलासपुर— बिलासपुर में आज जगह गुरूपूर्णिमा पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। लोग अपने गुरू की आराधना कर सुख समृद्धि और उन्नति की कामना की। सुबह से ही मंदिरों में भक्तों का जमावड़ा देखने को मिला।
काली मंदिर में आज सुबह से ही भक्तों और शिष्यों का तांता लगा रहा। लोगों ने अपने गुरू की आरती कर चरण स्पर्श किया। तिफरा काली मंदिर में आज सैकड़ों भक्तों ने माता के दर्शन के साथ गुरू की विशेष आराधना की।
तिफारा काली मंदिर पुजारी ने बताया कि आज का दिन भारतीय शिष्य गुरू परम्परा का सर्वश्रेष्ठ दिन है। आज जो भी अपने गुरू की सेवा आराधना और दर्शन करता है उसे गंगा जमुना तीर्थ करने के बराबर पुण्य लाभ मिलता है। पुजारी ने बताया कि हमारे सनातन धर्म में गुरूओं को हमेशा ईश्वर के समतुल्य स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा कि गुरू ज्ञान से ही हमें भौतिक और आध्यात्मिक सुख मिलता है। जीवन को उंचाइयां मिलती है।
पुजारी ने बताया कि गुरू दुनिया के सभी बाधाओं से अपने शिष्यों को बचाते हुए जीवन के पथ को कंटकविहीन बनाता है।