♦डाॅ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय में फहराया गया राष्ट्रीय ध्वज
♦गणतंत्र दिवस पर स्वच्छता अभियान पर नाटक का मंचन, विद्यार्थियों ने दिया संदेश
बिलासपुर(करगीरोड)।गणतंत्र दिवस के मौके पर डाॅ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय में ध्वजारोहण किया गया। कुलपति प्रो.आर.पी.दुबे व कुलसचिव शैलेष पाण्डेय ने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को सलामी दी। इस मौके विश्वविद्यालय में देशभक्ति कार्यक्रम हुए जिसमें विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। गणतंत्र दिवस समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर.पी.दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि विश्वविद्यालय का अर्थ है विचारों का मंथन, विचारों का सृजन, विचारों का निर्माण और विद्यार्थियों की बुद्वि में विचारों के लिए विचार डालना। इसलिए राष्ट्र के विकास के लिए विचार करने दायित्व का सबसे बड़ा दायित्व भी विश्वविद्यालय का है। विश्वविद्यालय के मेरे साथी आज के दिन मूल्य आधारित शिक्षा देने का संकल्प लें, ताकि हम विद्यार्थियों को एक आदर्श व्यक्ति बना सकें।
प्रो. दुबे ने कहा कि आज के युवा सिर्फ रोजगार के लिए शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं। जबकि सिर्फ शिक्षा प्राप्त करके ही जीवन की सफलता तय नहीं जा सकती है। आज के युग में जीवन में मूल्यों का होना जरूरी है, नहीं तो इस मनुष्य जीवन की सार्थकता नहीं होगी। इसलिए मैं इस मंच से सभी प्राध्यापकों को कहना चाहता हुं कि हर कक्षा में कम से कम 10 मिनट तक मूल्यों की शिक्षा दी जाए। क्योंकि बीते कुछ समय से मानवीय मूल्यों में ह्ास हो रहा है। ये ह्ास व्यक्ति, समाज और फिर देश के पतन का कारण है। प्रो. दुबे ने सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी। इस मौके पर विश्वविद्यालय के शिक्षा के विभागध्यक्ष डाॅ.पी.के नायक ने कहा कि आज का दिन यह सोचने का समय है कि एक शिक्षक होने के नाते हमारा देश के प्रति क्या दायित्व है और हम इस दायित्व को कैसे निभाते है।
इस मौके पर राष्ट्रीय सेवा योजना के विद्यार्थियों ने स्वच्छता अभियान पर नाटक का मंचन किया। जिससे लोगों को अपने आसपास साफ सफाई रखने के लिए प्रेरित किया गया। समारोह में सरकार स्वच्छता संदेश बताए गए। गणतंत्र दिवस के मौके पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थी, कार्यक्रम में विद्यार्थियों को पुरूस्कार प्रदान किया गया। इस मौके पर प्रो. प्रभाकर पाण्डेय, डाॅ. ए.के.ठाकुर, डाॅ. मनीष उपाध्याय, डाॅ. ए.के.श्रीवास्तव, डाॅ. वेद प्रकाश मिश्रा,डाॅ. श्वेता साव, डाॅ. सुरेंद्र तिवारी, डाॅ. जयशंकर यादव, डाॅ. विवेक वापजेई सहित बड़ी संख्या में विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, अधिकारी, कर्मचारी और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
दैवेत्व की प्राप्ति की भूमि है भारत-कुलसचिव
गणतंत्र दिवस के मौके पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव शैलेष पाण्डेय ने कहा कि आज ही के दिन 26 जवनरी को संविधान लागू करके भारतीयों के अधिकार और कर्तव्य तय किए गए थे, क्योंकि वर्षों की गुलामी के बाद हमें आजादी मिली थी। भारतीयों के राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी और अधिकारों को रेंखाकित किया गया था। बड़ी दुख की बात है कि आज लोग अपनी राष्ट्रीयता ही भूल गए हैं। भारत वर्ष की इस भूमि में राम,कृष्ण, नानक, पैगम्बर मोहम्मद, प्रभु ईशु और महावीर ने जन्म लिया है। इस धरती में दैवेत्व की प्राप्ति हो जाती है, लेकिन अब लोगों की भावना में बदलाव आ गया है। जिस धरती में दैवेत्व की प्राप्ति हो जाती है। वहां लोग राष्ट्रीयता भूल गए है। क्योंकि भारतीयों की भावना अब बदल रही है। लोग राष्ट्रीयता भूल कर सामाजिक आतंकवाद की ओर जा रहे हैं।अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए लोगों की सामाजिकता रोकी जा रही है। अपनों को ही लड़या जा रहा है। व्यक्ति के अधिकारों का हनन किया जा रहा है। श्री पाण्डेय ने कहा कि बदलाव तो सतत चलने वाली प्रक्रिया है। परिर्वतन ही विकास की पहली सीढ़ी होती है। हमें अपनी राष्ट्रीयता कभी नहीं भूलना चाहिए और बदलाव के लिए तैयार रहना चाहिए।