बिलासपुर—दर्रीघाट निवासी गंभीर बिमारी से परेशान एक ग्रामीण ने कलेक्टर से मदद की गुहार लगायी है। दीपक दास मानिकपुरी ने बताया कि एक एक्स्टीटेन्ट में गंभीर चोट पहुचने से उसका पेशाब निकलना बंद हो गया है।आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है कि वह इलाज करवा सके। पेशे से आटो चलाने का काम करता है।
दर्रीघाट निवासी दीपक मानिकपुरी कलेक्टर से इलाज के लिए गुहार लगाने बिलासपुर पहुंचा। परिजनों के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे दीपक ने बताया कि आटो चलाने का काम करता था। करीब डेढ़ साल पहले उसका एक्सीडेंट हुआ…गंभीर चोट लगने से पेशाब नली बंद हो गयी। कुछ दिनों तक सिम्स में भर्ती हुआ…बाद में डाक्टरों ने अम्बेडकर अस्पताल रायपुर रिफर कर दिया। ठीक से इलाज नहीं होने से उसका उठना बैठना मुश्किल हो गया है। पेशाब भी बंद हो गया है।
दीपक ने बताया कि आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से इलाज के लिए दर-दर भटक रहा हूं। संजीवनी कोषालय में भी आवेदन दिया था। कोषालय के लोगों ने बताया कि सिर्फ 35 से 40 हजार रूपए ही मिलेंगे। डाक्टरों के अनुसार यूरीन सिस्टम के इलाज में कुल 3 लाख 35 हजार का खर्च आएगा।
दीपक के परिजनों ने बताया कि गरीब होने के कारण महंगा इलाज संभव नहीं है। इलाज के लिए लोक सुराज अभियान में भी आवेदन दिया था। आवेदन को जिला अस्पताल भेजा गया । आपरेशन के बाद पेशाब का निकलना पूरी तरह बंद हो गया है। परिजनों ने बताया कि प्रशासन से गुहार लगाने आए हैं।