बिलासपुर— एलईडी योजना का शुभारंभ करते हुए निकाय मंत्री ने कहा कि बिलासपुर नगर निगम क्षेत्र के सभी विद्युत खम्भों में दो महीने के भीतर एलईडी लाईट लग जायेगी। नागरिकों को स्ट्रीट लाईट के संबंध में किसी तरह की शिकायत नहीं होगी।अग्रवाल ने बटन दबाकर एलईडी लाईट का शुभारंभ किया।
नगरीय प्रशासन मंत्री अग्रवाल ने कहा कि किसी भी नगर की पहली आवश्यकता सड़क, बिजली और पानी होती है। उन्होंने कहा कि नगर निगम में संसाधन सीमित होता है। इसलिए तय किया गया कि खर्च कम करेंगे। इसलिए आधुनिक टेक्नालाजी का उपयोग करते हुए एलईडी बल्ब लगाने के लिए तय किया गया।
अग्रवाल ने बताया कि प्रत्येक गरीब के घर एलईडी का उपयोग हो। सके लिए चार-चार एलइडी बल्ब बांटने का संकल्प लिया गया है। मार्च तक नगर निगम के सभी विद्युत खम्भों में एलईडी लाईट लग जायेगी। 270 करोड़ रूपये खर्च होगा। एलईडी बल्ब लगाने वाली कंपनी इसीएल. पांच साल तक मेन्टनेंस भी करेगी। नगरीय प्रशासन मंत्री ने कहा कि एलईडी लाईट के बाद प्रत्येक घर तक पानी पहुंचाने की योजना है। इसमें 210 करोड़ रूपये खर्च की जायेगी। बिलासपुर नगर के लिए खुंटाघाट से पानी लाया जाएगा।
अग्रवाल ने बताया कि सड़कों के लिए 600 करोड़ रूपये दिया गया है। इसमें सड़कों का डामरीकरण और नाली निर्माण किया जायेगा। बिलासपुर शहर में पिछले पांच साल में करीब 6 हजार आवास गरीबों के लिए बनाया गया है। इसमें से 4 हजार आवास आंबटित किया जा चुका है। 2 हजार आवास बनेंगे।
मंत्री ने बताया कि प्रदेश के सभी 168 नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत क्षेत्र के विद्युत खम्भों में मार्च 2018 तक एलईडी लाईट लगा दिये जायेंगे।
कार्यक्रम को महापौर किशोर राय और धमतरी महापौर अर्चना चौबे ने भी संबोधित किया। उपस्थित लोगों को निकाय मुख्य अभियंता एस.के.जैन प्रदेश के नगरीय निकायों में लगाये जाने वाले एलईडी लाईट के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। आयुक्त नगर निगम सौमिल रंजन ने स्वागत भाषण दिया। उन्होने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में एलईडी लाईट से सालाना 3 करोड़ रूपये की बचत होगी।