बिलासपुर— प्रदेश कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने भाजपा सरकार और बिलासपुर प्रभारी मंत्री अजय चन्द्राकर पर असंवेदनशीलता का आरोप लगाया है। अटल ने कहा कि समीक्षा बैठक में प्रभारी मंत्री ने झुग्गी झोपड़ियों को नहीं तोड़े जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्हें जल्द से जल्द हटाने को कहा। इससे एक छत्तीसगढ़िया मंत्री की गरीबों के प्रति संवेदना जाहिर होती है।
अटल ने अजय चंद्राकर के गरीबों के प्रति नजरिया की निन्दा करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ियां मंत्री से ऐसी उम्मीद नहीं थी। एक किसान पुत्र और छत्तीसगढ़िया मंत्री गरीबों के मकान तोड़ने को लेकर आयुक्त को फटकार लगाए। आदेश दे कि गरीबों के आशियाने को जल्द से जल्द हटाया जाए। यह बहुत ही शर्मिन्दा करने वाली बात है।
मालूम हो कि बिलासपुर के अशोक नगर, डबरीपारा, बापू उपनगर, चांटीडीह, चिंगराज, तालापारा, मगरपारा समेत कई जगहों पर निगम और जिला प्रशासन ने प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर वर्षों से बसे पट्टाधारियों को हटाने का निर्णय लिया है। स्थानीय निवासी आदेश का लगातार विरोध कर रहे हैं। अटल ने बताया कि कांग्रेस पार्टी गरीबों के साथ हैं। जनविरोधी प्रशासनिक आदेशों का विरोध करती है। ऐसे तुगलकी फरमान का सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ रही है और लड़ती रहेगी।
अटल ने बताया कि मामला इस समय उच्च न्यायालय में है। कांग्रेस ने आन्दोलन को भी अस्थायी तौर पर रोक दिया है। लेकिन 5 अप्रैल की बैठक में प्रभारी मंत्री ने आयुक्त को 15 अप्रैल तक कार्यवाही करने का आदेश दिया है। इससे जाहिर होता है कि गरीबों पर मकान टूटने का खतरा अभी टला नहीं है।
पीसीसी महामंत्री अटल श्रीवास्तव समेत प्रदेश सचिव महेश दुबे, रामशरण यादव, पूर्व महापौर राजेश पाण्डेय, कार्यकारिणी सदस्य शेख गफ्फार, राजू यादव, शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर,नेता प्रतिपक्ष शेख नजीरूद्दीन ने प्रभारी अजय चंद्राकर के बयान की निन्दा की है। कांग्रेस नेताओं ने बताया कि कांग्रेस गरीबों के साथ है और ऐसे किसी भी फैसले का पुरजोर विरोध करेगी। इस मुद्दे पर कांग्रेस की ओर से नेहरू चैक पर प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल की उपस्थिति में मकान तोड़ने की विरोध में एक बड़ी जनसभा भी हुई थी।
अटल ने बताया कि यदि निगम ने मकान तोड़ने की कार्यवाही की तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।