बिलासपुर। तलवारबाजी के खेल में खिलाड़ी की नजर प्रतिस्पर्धा खिलाड़ी के नजर पर टिकी होती है। लक्ष्य को सामने रखकर खिलाड़ी उत्कृष्ट प्रदर्शन करें और देश-प्रदेश का गौरव बनें। उक्त बातें आज पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री धरमलाल कौशिक ने 23वीं राष्ट्रीय बालक-बालिका जूनियर तलवारबाजी प्रतियोगिता के शुभारंभ के अवसर पर कही। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री कौशिक ने कहा कि छत्तीसगढ़ एक नवोदित प्रदेश है। अपने स्थापना के 15वें वर्ष तक छत्तीसगढ़ ने अधोसंरचना विकास हो या खेल का अवसर आगे बढ़कर अच्छा कार्य कर दिखाया है। उन्होंने इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले देश के विभिन्न राज्यों के सभी खिलाडि़यों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में या खेलों के प्रतियोगिता में दृढ़ इच्छाशक्ति एवं मेहनत से सफलता प्राप्त की जा सकती है। श्री कौशिक ने कहा कि हमारे देश में तलवारबाजी प्राचीनकाल से है।
खेल के लिए हो या सुरक्षा के लिए तलवारबाजी का प्रदर्शन विजेता बनने के लिए होती रही है। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा खिलाड़ी के नजर में ध्यान टिकायें विजेता बनने का लक्ष्य लेकर खेल का उत्कृष्ट प्रदर्शन करें। श्री कौशिक ने अखिल भारतीय तलवारबाजी फेडरेशन का छत्तीसगढ़ बिलासपुर में राष्ट्रीय प्रतियोगिता आयोजन के लिए धन्यवाद दिया।
छत्तीसगढ़ तलवारबाजी फेडरेशन के अध्यक्ष एवं बिलासपुर संभागायुक्त सोनमणि बोरा ने सभी खिलाडि़यों का अभिनंदन करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में इस प्रतियोगिता के मेजबानी को शुभ संकेत बताते हुए कहा कि हमारे प्रदेश एवं देश में तलवारबाजी की असीम संभावनायें हैं। हमारे खिलाड़ी अन्तर्राष्ट्रीय एवं ओलम्पिक खेलों में तलवारबाजी से पदक हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से छत्तीसगढ़ के खिलाडि़यों को अंतर्राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने के लिए बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। यह खेल छत्तीसगढ़ में काफी लोकप्रिय हो रहा है। इस खेल से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हमारे खिलाड़ी काफी पदक हासिल कर सकते हैं। सरकार और फेडरेशन की यही कोशिश है। उन्होंने बिलासपुर में इस आयोजन को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि आने वाले समय में इससे बेहतर मेजबानी कर सकेंगे।