बिलासपुर–बिलासपुर पुलिस ने नशे की गहरी खायी से युवाओ और बच्चो को बाहर निकालने बीड़ा उठाया है। विशेष अभियान के तहत पुलिस विभाग सामाजसेवी संस्थाओ के साथ मीनी बस्ती और तालापारा स्लम एरीया में नुक्कड़ नाटक के जरिए जागरूकता फैलान का निश्चय किया है। योजना बनाई जा चुकी है। माह के पहले रविवार को अभियान के तहत लोगो को इंजेक्शन और नशीली दवाओ से होने वाले दुष्परिणाम की जानकारी दी जाएगी।
पुलिस प्रवक्ता सीएसपी लखन पटले ने बताया कि नशीली दवाओ का कारोबार करने वालों पर पुलिस एनडीपीएस एक्ट के तहत लगातार कार्रवाई कर रही है। नशीली दवाओ के इस्तेमाल करने वालों में युवाओं और नाबालिगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आंकडो के अनुसार अब तक पकडे गये अपराधो में अधिकांश संख्या युवा वर्ग और नाबालिग बच्चों की है। नशीली दवाओ की लत ने उन्हें चोरी, लूट और अन्य अपराध का हिस्सा बना दिया है। कुछ तो थोड़े से रूपयो के लिए हत्या जैसा संगीन अपराध करने से नही हिचकते।
नशीली दवाओ के उपयोग से युवा पीढी हेपेटाईटीस ए ,बी और एचआईवी जैसी लइलाज बीमारीयो का शिकार हो रहा है। भावी पीढ़ी सामाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए पुलिस विभाग ने अभियान के जरिए नशामुक्त समाज बनाने का फैसाला किया है। योजना के अनुसार पुलिस विभाग नशे की लत में पड़ चुके युवाओ और बच्चो को नशीली दवाओ के दुष्प्रभाव की जानकारी देगा। माह के पहले रविवार को नुक्कड नाटक और सभाओ का आयोजन कर नशे से होने वाले परिणाम और बीमारियो के प्रति जागरूक किया जाएगा।
पुलिस प्रवक्ता लखन पटले ने बताया कि नशे की चपेट में आने वाले युवा और बच्चे ज्यादातर अपराधिक वारदातों को अंजाम देते हैं उन्होने बताया कि समाज से भटके ऐसे युवाओं को मुख्यधारा से जाडने के लिए अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए उन संस्थाओ की भी सहायता ली जाएगी जो पहले से ही नशामुक्त अभियान पर काम कर रहे हैं।