बिलासपुर– आउटसोर्सिंग नीति के खिलाफ अमित जोगी ने वाट्सअप वीडियो मैसेज जारी किया है। जोगी ने प्रदेश वासियों से अपील की है कि लोग मिलजुलकर आउटसोर्सिंग नीति का डिजिटल बध करें। जोगी ने समाज और प्रदेश से आडियों-वीडियो डिजीटल मैसेज को जन-जन तक पहुंचाने को कहा है। उन्होंने कहा कि दशहरा उत्सव पर लोग वर्तमान स्थिति के अनुसार आउटसोर्सिंग नीति का सांकेतिक बध करें।
मरवाही विधायक अमित जोगी ने बताया कि हर काल खण्ड में अच्छाई और बुराई दोनों ही होते हैं। वर्तमान में प्रदेश के सामने आउटसोर्सिंग सबसे बड़ी बुराई है। इस बुराई को हमें मिटाना है। यदि ऐसा नहीं किया गया तो प्रदेश का युवा बेरोजगार हो जाएगा। दूसरे प्रांत के लोग हमारी नौकरियों पर काबिज हो जाएंगे। जोगी ने कहा कि लोकतांत्र में अपनी समस्याओं को जन-जन तक पहुंचाने और व्यवस्था में विरोध करने का सबको अधिकार है। कई बार आंदलनों के सहारे ही भविष्य का रास्ता निकलता है। उन्होंने कहा कि आंदोलन के अलग-अलग स्वरूप हो सकते हैं..लेकिन उद्देश्य जनहित का होना बहुत जरूरी है।
जोगी ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार की आउट सोर्सिंग नीति के विरोध में वाट्सअप के जरिए आउटसोर्सिंग दहन अभियान चलाया जाएगा। आउटसोर्सिंग नीति समाज का सबसे बुरा पक्ष है। इससे हजारों प्रदेश वासियों का भवष्य खतरे में है। अमित जोगी ने बताया कि व्हाट्सएप्प वीडियो मैसेज के जरिए प्रदेश के युवाओं को संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है कि लोग अपने हाथों से आउटसोर्सिंग नीति का डिजिटल वध करें। विरोध प्रकट कर अपना संदेश जन-जन तक पहुंचाएं।
जोगी ने कहा कि चूँकि व्हाट्सएप्प और फेसबुक युवाओं तक पहुंचने का सबसे लोकप्रिय माध्यम हैं। हमने युवाओं को जागरूक करने के लिए व्हाट्सएप्प और फेसबुक के लिए ‘आउटसोर्सिंग की बुराई ‘ का एक ऑडियो-वीडियो तैयार किया है । अमित जोगी ने कहा कि जिस प्रकार दशहरा उत्सव बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है, उसी तरह सरकार की आउटसोर्सिंग नीति भी बुराई का प्रतिबिंब है। प्रदेश के युवा दहशरे के दिन ‘आउटसोर्सिंग नीति का सांकेतिक वध करेंगे।