बिलासपुर—लोक आस्था का महापर्व छठ के अंतिम दिन आज सुबह उगते सूर्य को व्रतियों और श्रद्धालुओं ने अर्घ्य दिया।महाआरती और सूर्य अराधना के साथ चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हुआ। महापर्व के अंतिम दिन प्रदेश के निकाय मंत्री अमर अग्रवाल ने कार्यक्रम में शिरकत भगवान सूर्य और छठ माता से आम जीवन के लिए सुख समृद्धि की कामना की। अरपा तट स्थित छठ घाट पहुंचकर आयोजक और सभी श्रद्धालुओं को निकाय मंत्री ने शुभकामनाएं दी। महापर्व की आरती में शिरकत भी किया।
छठ उपासना के अंतिम दिन व्रतियों ने प्रात:कालीन अर्घ्य के बाद घर लौट गए। नहाय-खाय से आरंभ चार दिवसीय छठ महापर्व का आज अंतिम दिन था। इसके पहले रविवार को व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया था। अरपा तट स्थित छठ घाट पर व्रतियों के जमावड़ा सुबह तीन बजे से ही शुरु हो गया था। मनोकामना पूरी होने पर भगवान सूर्य को दंडवत प्रणाम कर व्रति छठ गीत गुनगनाते घर की तरफ रवाना हुए। पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के बीच श्रद्धालुओं को सभी ने रास्ते में स्वागत किया और भीड़ से बचने रास्ता भी दिया। ने उनके लिए रास्ता छोड़ दिया।
इस बीच पुलिस सुरक्षा के बीच तोरवा तट छठ घाट पर पार्किंग की विशेष व्यवस्था की गयी। श्रद्धालु अपनी गाडि़यों को पार्क कर पैदल ही छठ घाट पहुंचे। अर्घ्य के बाद घर लौटे
आज के अर्घ्य के पहले व्रतियों ने घरों और घाटों पर कोसी भरा। कोसी पूजा सांध्यकालीय अर्ध्य के बाद और सुबह के अर्घ्य के पहले रात में की जाती है। बिलासपुर में भी सूर्योदय के पूर्व कोसी भरकर दीप जलाने वाले हजारों की संख्या में व्रतियों के साथ परिजन रातभर में घाटों जमे रहे।
ठंड पर अास्था भारी
आज बिलासपुर का तापमान रोज की अपेक्षा कुछ ज्यादा ही नीचे गिरा हुआ था। बावजूद इसके सुबह से मां अरपा के गोद में उतरकर कांपते हांथों से दृढ़ आस्था के साथ अर्घ्य दिया। आज सुबह से हवा तेज थी। इसके चलते छठ व्रतियों को ठंड का सामना करना पड़ा। बावजूद इसके ठंड पर आस्था भारी नजर आयी।
सुख समृ्द्धि की कामना
मंत्री अमर अग्रवाल अल सुबह पहुंचकर मंच से उपस्थित श्रद्धालुओं और व्रतियों को शुभकामनाएं दी। उन्होने कहा कि सूर्य प्रकाश का पर्व लोगों के जीवन में विश्वास,विकास और समृद्धि का प्रकाश बनकर आये। सबके घर आंगन में धन,धान्य सुख समृद्धि शांति पवित्रता का वास हो। उल्लास के साथ सबके सिर पर छठ माता का आशीर्वाद हमेशा बना रहे। अमर ने कहा कि हमारी बहुरंगी संस्कृति में छठ महापर्व का विशेष स्थान है। इस पर्व में संतान और मानव समाज की सुख समृद्धि की कामना की जाती है। प्रकृति की पूजा हमारी लोकप्रिय संस्कृति और सभ्यता का केन्द्र है। इसमे महापर्व छठ भी शामिल है।