दंतेवाड़ा।जल्द ही अब दंतेवाड़ा में मांदर की थाप बजाते आदिवासी युवकों के साथ ही व्हाइट कॉलर जॉब करने वाले युवा भी नजर आएंगे। गीदम में बीपीओ का बड़ा काम शुरू होने जा रहा है। जनवरी से बीपीओ कंपनी अपना काम यहां शुरू करेगी। इसके लिए नियुक्तियां 19 दिसंबर को एजुकेशन सिटी गीदम में होंगी। इसके लिए आवश्यक योग्यता हायर सेकेंडरी और हिंदी-अंग्रेजी का अच्छा ज्ञान रखी गई है। नियुक्तियां दो तरह के पदों के लिए होंगी। पहले पद वॉइस आधारित होंगे जिसमें हिंदी तथा अंग्रेजी का ज्ञान परखा जाएगा। दूसरा पद डेटा एंट्री ऑपरेटर का होगा,इसमें कंप्यूटर का ज्ञान परखा जाएगा। सैलरी के साथ ही युवाओं को पीएफ की सुविधा भी कंपनी देगी। इसके अलावा रहने -खाने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इन युवाओं को 1 महीने तक ट्रेनिंग भी उपलब्ध कराई जाएगी। यह बीपीओ कंपनी अमेज़न, एयरटेल, कार्वी जैसी जानी-मानी कंपनियों की क्लाइंट है। इसके चलते बीपीओ में करियर बनाने के इच्छुक युवाओं के लिए यह शानदार अवसर है।
खास है यह मौका- बीपीओ कंपनियों में जॉब के अवसर केवल महानगरों में उपलब्ध हैं लेकिन डिजिटल युग में अब दंतेवाड़ा के युवा भी कंप्यूटर शिक्षित हो रहे हैं। फिर भी कंप्यूटर सॉफ्टवेयर से संबंधित संभावना अब तक केवल बंगलुरू, हैदराबाद जैसे शहरों तक सीमित हैं। ऐसे में छतीसगढ़ की राजधानी रायपुर के बाद दंतेवाड़ा में यह पहला मौका युवाओं को मिल रहा है जिसमें उन्हें सीधे बीपीओ कंपनी में जॉब का अवसर मिल रहा है, वह भी अपनी धरती छोड़े बगैर
क्या है बीपीओ-बीपीओ अर्थात बिज़नेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग, इसमें दंतेवाड़ा में बैठे-बैठे युवा अमेरिका के किसी क्लाइंट का कार्य ऑनलाइन कर सकता है। जिन लोगों ने चेतन भगत के नॉवेल वन नाईट एट कॉल सेंटर पर बनी फिल्म देखी है वे बीपीओ से जुड़ी जादुई दुनिया का अनुभव कर सकते हैं। दंतेवाड़ा के एक युवा के लिए इसमें आकर्षक संभावना इस मायने में है कि वो सुबह बड़े तुमनार के आदिवासी परिदृश्य से निकलेगा और फिर सीधे न्यूयॉर्क में अमेज़न के क्लाइंट से डील करेगा। एक ही टाइम जोन में दो बिल्कुल अलग और दिलचस्प संस्कृतियों को देखने और महसूस करने का मौका ,और इसके लिए आपको पैसे भी मिलेंगे। युवाओं के लिए इससे बेहतर अवसर कुछ नही हो सकता I