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झीरम हत्याकाण्ड घटना की सुनवाई कर रहे विशेष न्यायालय में आज मुकेश गुप्ता का प्रतिपरीक्षण पूरा हुआ। मुकेश गुप्ता का पिछले दस दिनों से जस्टिस प्रशांत मिश्रा की अदालत में क्रास एक्जामिनेशन किया जा रहा था। 11 अगस्त से स्वर्गीय महेंद्र कर्मा के पुत्र दीपक कर्मा की गवाही होगी। विशेष न्यायालय में माणिक मेहता के आवेदन पर भी विचार विमर्श किया जाएगा।
कांग्रेस के वकील सुदीप श्रीवास्तव ने मुकेश गुप्ता से सवाल जवाब किया। सुदीप श्रीवास्तव ने गुप्ता से सवाल किया कि इतनी बढ़ी घटना से साबित होता है कि सुरक्षा से लेकर कई मामलों में कहीं ना कहीं चूक हुई है। कहीं चूक प्रायोजित तो नहीं….। मुकेश गुप्ता ने कहा कि चूक से इंकार नहीं किया जा सकता है। लेकिन यह चूक हमारी तरफ से नहीं हुई है।
सुदीप श्रीवास्तव ने मुकेश गुप्ता से घटना के बाद मौके से भागे नक्सलियों, बाद में बनाये गए पुलिस कैंप और यूनिफाइड कमांड के कार्यों पर भी सवाल किेए। एडीजे इंटेलिजेन्ट ने बताया कि नक्सली समस्या से ग्रसित राज्यों में केंद्र और राज्य सरकार के गृह सचिव वित्त सचिव जैसे उच्चाधिकारी पुलिस के आला अफसर मिलकर यूनिफाइड कमांड बनाई जाती है। टीम नक्सल समस्याओं के निराकरण के लिए काम करती है। छत्तीसगढ़ में भी कमांड टीम बनाई गयी है।
कांग्रेस वकील ने सुनवाई के दौरान मुकेश गुप्ता से परिवर्तन यात्रा और विकास यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी यूनिफाइड कमांड में देने की बात पूछी। मुकेश गुप्ता ने बताया कि यूनिफाइड कमांड की बैठकों में सुरक्षा पर कोई बात नहीं होती है। इसकी मुख्य वजह इस प्रकार की बैठकों में सभी विभागों के अधिकारी शामिल होते हैं। इन लोगों के सामने सुरक्षा रणनीति की बात नहीं की जा सकती है।
झीरम घटना के बाद मौके से कैसे भाग निकले 250 नक्सलियों के सवाल पर मुकेश गुप्ता ने बताया कि घटना के बाद घेराबंदी करना उनका नहीं एडीजे एएनएम का होता है। लिहाजा इस संबंध में कुछ नहीं बता सकता हूं।